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कांग्रेस संगठन में बड़ा बदलाव, रसूल वानी बने जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष

कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद के करीबी माने जाने वाले वकार रसूल वानी को मंगलवार को अपनी जम्मू-कश्मीर इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया।

11:09 PM Aug 16, 2022 IST | Shera Rajput

कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद के करीबी माने जाने वाले वकार रसूल वानी को मंगलवार को अपनी जम्मू-कश्मीर इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया।

कांग्रेस संगठन में बड़ा बदलाव  रसूल वानी बने जम्मू कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष
कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद के करीबी माने जाने वाले वकार रसूल वानी को मंगलवार को अपनी जम्मू-कश्मीर इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया।
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पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 47 वर्षीय वानी को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने के साथ ही वरिष्ठ नेता 73 वर्षीय आजाद को चुनाव अभियान समिति की कमान सौंपी है।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, सोनिया गांधी ने जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी के लिये चुनाव अभियान समिति और राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) समेत सात समितियों का भी गठन किया।
वेणुगोपाल ने कहा कि सोनिया ने गुलाम अहमद मीर का प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया और उनके स्थान पर रसूल वानी को अध्यक्ष नियुक्त किया। आजाद के करीबी माने जाने वाले वानी प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और बानिहाल से विधायक रह चुके हैं।
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राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद को चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाया गया है। उन्हें पीएसी में भी जगह दी गई है।
आजाद कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह के प्रमुख सदस्य रहे हैं। इन नयी नियुक्तियों से यह प्रतीत होता है कि कांग्रेस अलाकमान और आजाद के बीच रिश्ते बेहतर हुए है। आजाद ने 15 अगस्त को राहुल गांधी के साथ ”आजादी गौरव यात्रा Ò में भी भाग लिया था।
कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता रमन भल्ला को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।
पार्टी ने जम्मू-कश्मीर के लिये समन्वय समिति, घोषणापत्र समिति, प्रचार एवं प्रकाशन समिति, अनुशासन समिति और प्रदेश चुनाव समिति का भी गठन किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैफुद्दीन सोज को घोषणपत्र समिति का प्रमुख बनाया गया है।
जम्मू-कश्मीर में पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधान खत्म किये जाने के बाद से ही विधानसभा अस्तित्व में नहीं है। परिसीमन का काम संपन्न हो चुका है। फिलहाल सरकार की तरफ विधानसभा चुनाव की तिथि को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं किया गया है।
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