Bihar Chunav Chirag Paswan: NDA में सीट बंटवारे को लेकर घमासान, चिराग पासवान की डिमांड से फंसा पेंच
Bihar Chunav Chirag Paswan: बिहार विधानसभा चुनाव अब नजदीक हैं और एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के बीच लगभग सहमति बन चुकी है कि दोनों दल 100 से 105 सीटों के बीच चुनाव लड़ेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) यानी एलजेपी (आरवी) की 40 सीटों की मांग बन गई है। आइए समझते हैं कि इस मांग के पीछे की राजनीति क्या है और एनडीए में इसे लेकर क्या माहौल है।
Bihar Chunav Chirag Paswan: चिराग पासवान की सीटों की मांग
एलजेपी (आरवी) के प्रमुख चिराग पासवान 40 विधानसभा सीटों की मांग कर रहे हैं। उनका तर्क है कि उनकी पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन किया। पार्टी ने पांचों लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की और 6% से अधिक वोट शेयर हासिल किया। इसके अलावा, उन्होंने जिन 30 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ा था, उनमें से 29 पर बढ़त बनाई थी। इन्हीं आंकड़ों को आधार बनाकर चिराग ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं।
Bihar News Hindi: लोकसभा चुनाव में शानदार रहा प्रदर्शन
हालांकि चिराग पासवान का लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन शानदार रहा, लेकिन विधानसभा चुनाव की रणनीति और जमीन पर पकड़ बिल्कुल अलग होती है। 2020 के विधानसभा चुनाव में एलजेपी (आरवी) ने 135 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन केवल एक सीट जीत पाई थी – मटिहानी। उनका वोट शेयर 5.66% जरूर रहा, लेकिन पार्टी का रोल किंगमेकर से ज्यादा स्पॉइलर (मतों को काटने वाला) जैसा रहा। 64 सीटों पर पार्टी तीसरे या चौथे नंबर पर रही, लेकिन उसने इतने वोट ले लिए कि जेडीयू को हार का सामना करना पड़ा।
Bihar Chunav: 2025 में जेडीयू को हुआ बड़ा नुकसान
2020 में जेडीयू ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा और सिर्फ 43 सीटें ही जीत पाई। वहीं बीजेपी ने 110 में से 74 सीटें जीतीं और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। जेडीयू का मानना है कि एलजेपी (आरवी) की वजह से उसे करीब 27 सीटों पर सीधा नुकसान हुआ। इसलिए जेडीयू अब एलजेपी को ज्यादा सीट देने के पक्ष में नहीं है।
बीजेपी और जेडीयू की रणनीति
इस बार जेडीयू कम से कम 100 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है क्योंकि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया गया है। बीजेपी भी बैलेंस बनाने में जुटी है ताकि छोटे दलों को जरूरत से ज्यादा सीटें न दी जाएं और गठबंधन में संतुलन बना रहे।
Chirag Paswan: कितनी सीटें मिलेंगी?
एनडीए के रणनीतिकारों का मानना है कि चिराग पासवान की पार्टी को 20 से 25 सीटों के बीच एडजस्ट किया जा सकता है। लोकसभा में पांच सांसद होने के कारण एलजेपी (आरवी) को नजरअंदाज तो नहीं किया जा सकता, लेकिन विधानसभा चुनाव में पार्टी की संगठनात्मक ताकत और जमीन पर पकड़ कमजोर मानी जाती है।
यह भी पढ़ें:-Bihar Voter List: SIR जांच में चौंकाने वाला खुलासा, वोटर लिस्ट में दो पाकिस्तान महिलाओं के निकले नाम