PM मोदी के हनुमान चुनाव में करेंगे खेला! 25 सीट पर नहीं माने चिराग, बोले- PK का खुला है दरवाजा
Bihar Elections 2025: बीते सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सियासत गरमा गई है। सभी पार्टियां अपना अपना सियासी समीकरण सेट करने में लगी हुई हैं। पवन सिंह, खेसारी लाल से लेकर मैथिली ठाकुर जैसे कई बड़े चेहरों के इस बार चुनावी मैदान में उतरने की संभावना है। इस बीच एनडीए और महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बैठकें तेज हो गई हैं। कल पटना में सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए की बैठक होनी है। इस बीच खबर आ रही है कि पीएम मोदी के हनुमान कहे जाने वाले चिराग पासवान इस बार अपनी पार्टी से नाराज चर रहे हैं।
Chirag Paswan: 25 सीटों पर नहीं मान रहे चिराग
खबर है कि एनडीए में सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदूस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोकमोर्चा की अपनी-अपनी डिमांड हैं। एनडीए चिराग पासवान को 25 सीटें ऑफर कर रही है, लेकिन चिराग पासवान 25 सीट पर मानने को तैयार नहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोजपाआर 45 से 54 सीटों की मांग कर रही है। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि हमें राज्यसभा या विधानपरिषद की सीट नहीं चाहिए, बल्कि विधानसभा की सीटें चाहिए। केंद्र में एक बर्थ से ज्यादा बिहार में अधिक सीटें जरूरी हैं।

Bihar NDA Seat Sharing 2025: जनसुराज भी है विकल्प!
वहीं पार्टी सूत्रों ने इशारों इशारों में यह भी बता दिया है कि लोजपा के पास अन्य विकल्प भी हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज से गठबंधन के सवाल पर एलजेपी सूत्रों का कहना है कि राजनीति में दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं। विकल्प हमेशा रहता है। बिहार चुनाव से पहले लोजपा का ऐसा रुख एनडीए के लिए बड़ी बात है। हालांकि कल एनडीए का सीट शेयरिंग को लेकर मंथन होने वाला है। जल्दे ही सीटों के बंठवारे को लेकर सारी अटकलें साफ हो जाएंगी।
Bihar Election Results 2020: पिछले चुनावी आंकड़ें
साल 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 125 सीटें जीतीं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सबसे ज़्यादा 74 सीटें हासिल कीं, जबकि जनता दल यूनाइटेड (JDU) को 43 सीटें मिलीं। विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को चार सीटें मिलीं। दूसरी ओर, महागठबंधन ने बिहार में 110 सीटें जीतीं। इनमें से, राजद ने सबसे ज्यादा 75 सीटें हासिल कीं, उसके बाद कांग्रेस ने 19 और वामपंथी दलों (CPI, CPM, CPI-ML) ने 16 सीटें हासिल कीं।

पिछले चुनाव काफी चौंकाने वाले थे। चिराग पासवान की लोजपा ने 2020 में अकेले दम पर 135 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन पार्टी को केवल 5.68 प्रतिशत ही वोट मिले और पार्टी केवल एक सीट पर ही जीत हासिल कर पाई। हालांकि लोजपा के निर्दलीय चुनाव लड़ने के कारण एनडीए को काफी नुकसान पहुंचा था। लोजपा कई सीटों पर जेडीयू के वोट काटे थे।
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