Bihar Chunav: बिहार के चुनावी रण में AAP की एंट्री! कितना बदलेगा समीकरण?
बिहार के चुनावी रण में AAP की एंट्री!
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के समीकरण में आम आदमी पार्टी की एंट्री ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। पार्टी ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जिससे INDIA गठबंधन को नुकसान हो सकता है। AAP की मौजूदगी RJD और कांग्रेस के वोट बांट सकती है, जिससे NDA को फायदा पहुंचने की संभावना है।
बिहार की सियासत लगातार चर्चा के केंद्र में बनी रहती है. देश की राजनीति में बिहार की सियासत का अपना योगदान रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 करीब आता जा रहा है, मगर उसी रफ्तार से सियासी सरगर्मी भी तेज़ होती जा रही है। इसी बीच आम आदमी पार्टी ने बिहार में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, जिसने चर्चा का बाज़ार गर्म कर दिया है। ऐसे में सियासी समीकरण भी उलझते हुए नज़र आ रहे हैं।
आम आदमी पार्टी जो INDIA गठबंधन का हिस्सा थी, मगर अब वह बिहार के सियासी रण में अकेले उतर रही है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि इससे किसका फायदा होगा और किसका नुकसान? कुल मिलाकर बिहार की सियासत पर इसका क्या असर पड़ेगा?
बिहार में आम आदमी पार्टी का जनाधार काफी सीमित रहा है। लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी ने कुछ ही सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, मगर उसमें पार्टी को कामयाबी हासिल नहीं हुई थी। लेकिन, इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारने का फैसला किया है, जो साफ तौर पर पार्टी की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है। आम आदमी पार्टी शहरी और युवा मतदाताओं पर फोकस कर रही है, जो अब तक राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के वोटर रहे हैं।
अब बात करते हैं कि आम आदमी पार्टी के इस कदम से किसको कितना फायदा पहुंचेगा और किसको कितना नुकसान होगा। AAP के इस फैसले के बाद INDIA गठबंधन को नुकसान उठाना पड़ सकता है। बिहार में RJD को यादव, मुस्लिम और दलित समुदाय के लोगों से बड़ी संख्या में वोट मिलता है। वहीं, कांग्रेस की पकड़ कुछ शहरी और दलित वोटरों पर अच्छी है। यह दोनों ही पार्टियां INDIA गठबंधन का हिस्सा हैं और ऐसे में आम आदमी पार्टी की मौजूदगी इन वोटों को बांट सकती है। ऐसी स्थिति वहां पर और ज़्यादा देखने को मिल सकती है, जहां गठबंधन का NDA के खिलाफ कड़ा मुकाबला है।
लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार में INDIA गठबंधन ने 9 सीटों को अपने नाम किया था, जबकि NDA 30 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी। ऐसे में अगर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कांग्रेस और RJD के वोट को काटते हैं, तो इसका सीधा फायदा NDA को पहुंचेगा। अब ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि बिहार के सियासी संग्राम में कौन बाज़ी मारता है।
बिहार इलेक्शन पर AAP का बड़ा ऐलान, सभी सीटों पर लड़ेंगे चुनाव