Bihar News Today: बह गया 22 करोड़ का तटबंध, पानी में समा गए दर्जनों घर, भागलपुर में गंगा का कहर
Bihar News Today: बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। गंगा और कोसी जैसी नदियों के क्रोध में जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। सोमवार की दोपहर को भागलपुर के नवगछिया में इस्माइलपुर-बिंद टोली गंगा तटबंध पर स्पर संख्या 8-9 के बीच 300-350 मीटर के बीच का बड़ी हिस्सा गंगा नदी में बह गया। हाल ही में लगभग दो करोड़ रुपुए की लागत से कराए गए बोल्डर क्रेटिंग कार्य के ध्वस्त होने के बाद यह कटाव होना शुरू हुआ। देखते ही देखते दो दर्जन से ज्यादा घर नदी में समा गए। लोग किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से निकले हैं।
Bihar Flood Alert: जान बचाकर भागे लोग
कटाव इतनी तेजी से हुआ कि लोगों को अपना घर-बार, सामान और मवेशी छोड़कर भागना पड़ा। नदी का पानी तेजी से अंदर घुसने लगा, जिससे आसपास के गांवों में दहशत फैल गई। घटना की सूचना मिलते ही भागलपुर जिला प्रशासन सक्रिय हो गया। अनुमंडल पदाधिकारी, सीओ, एसडीपीओ, गोपालपुर थानाध्यक्ष, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुँची। राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया।
लोगों को निकाला गया
कटाव की सूचना मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी, एसडीपीओ, सीओ और गोपालपुर थानाध्यक्ष अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और कटाव में फंसे लोगों को निकालने का काम शुरू किया। तटबंध पर बाढ़ पीड़ितों के सामान, मवेशी और जान-माल की भारी भीड़ के कारण बाढ़ संघर्षात्मक कार्य तेजी से नहीं हो पा रहा था। उप विकास आयुक्त ने तटबंध का निरीक्षण किया और तत्काल प्रकाश व्यवस्था व अन्य व्यवस्था करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि 'तटबंध की मरम्मत का काम जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा।'
नदी में धंसा आधे से ज्यादा तटबंध
इस बीच, शाम को अचानक स्पर संख्या नौ के पास तटबंध का आधे से अधिक हिस्सा दरार के साथ नदी में धंसने लगा। तटबंध का लगभग 300-350 मीटर हिस्सा पानी में डूब गया। जल संसाधन विभाग के वरीय अभियंता, अनुमंडल पदाधिकारी और एसडीआरएफ के अधिकारी घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं। एसडीआरएफ की टीम राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई है।
तीनटंगा करारी के स्कूल में सामुदायिक रसोई के माध्यम से पीड़ितों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है। देर शाम एनडीआरएफ की टीम ने लगभग 25-30 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला। तटबंध के कटाव को देखकर दहशत का माहौल है।
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हार में मॉनसून की सक्रियता के चलते राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। शहरों की गलियों में घुटनों तक पानी भर गया है, जबकि ग्रामीण इलाकों में भारी जलभराव की समस्या देखी जा रही है। राजधानी पटना के लगभग सभी घाट पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं। बांका में 1995 के बाद पहली बार इतनी भयावह स्थिति बनी है, वहीं बक्सर के स्टेट हाईवे पर भी बाढ़ का पानी चढ़ चुका है। राज्य के अधिकांश जिलों में चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
Bihar Flood Alert News today : 7 दिनों तक बारिश का अलर्ट
इस बाढ़ का सबसे बड़ा कारण है रिकॉर्ड तोड़ बारिश। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, उत्तर बिहार के लगभग सभी जिलों में अगले सात दिनों तक मूसलाधार बारिश जारी रहने की संभावना है। इससे नदियों के जलस्तर में तेज़ी से वृद्धि हो सकती है, जो निचले इलाकों में जलभराव, तटबंधों पर दबाव और स्थानीय बाढ़ की स्थिति को और गंभीर बना सकती है। पढ़ें आगे की खबर
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