नीतीश कुमार ने कहा, 'हमारी कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं, हम सबको एकजुट करना चाहते हैं'
02:29 PM Aug 28, 2023 IST
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बिहार के नेता नीतीश कुमार ने कहा कि वह भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन का प्रभारी नहीं बनना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि उनका कोई व्यक्तिगत लक्ष्य नहीं है और वह सिर्फ लोगों को एक साथ लाना चाहते हैं। कुमार ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) का संयोजक बनाए जाने संबंधी अटकलों को खारिज करते हुए सोमवार को कहा कि उनकी कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं है और वह सबको एकजुट करना चाहते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि वह चाहेंगे कि किसी और को विपक्षी गठबंधन का संयोजक बनाया जाए।
हमारी कोई इच्छा नहीं है- नीतीश
जद (यू) के शीर्ष नेता नीतीश से पूछा गया था कि क्या मुंबई में विपक्षी गठबंधन की आगामी बैठक में उन्हें, विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का संयोजक बनाया जा सकता है? उन्होंने कहा, ‘‘हमको कुछ नहीं बनना है। हम यह बराबर कहते रहे हैं। संयोजक दूसरे लोगों को बनाया जाएगा। हमारी कोई इच्छा नहीं है। हम सबको एकजुट करना चाहते हैं। हम तो सबका हित चाहते हैं इसलिए यह कभी मत सोचिए कि हम लोग कुछ चाहते हैं। हम सबको एकजुट कर रहे हैं।
इन दलों के नाम का खुलासा नहीं किया
भाजपा के विरोधी विभिन्न दलों को एक साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नीतीश कुमार ने रविवार को यह भी कहा था कि मुंबई में अगली बैठक के दौरान ‘कुछ और’ राजनीतिक दलों के विपक्षी गठबंधन में शामिल होने की संभावना है। उन्होंने इन दलों के नाम का खुलासा नहीं किया था। नीतीश ने यह भी कहा था कि विपक्षी गठबंधन की मुंबई बैठक में सीट बंटवारे से संबंधित मुद्दों पर चर्चा किए जाने के साथ साथ कई अन्य एजेंडे को भी अंतिम रूप दिया जाएगा।
कम समय में दो बार बैठक हो चुकी
केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा का संयुक्त रूप से मुकाबला करने के लिए गठित 26 दलीय विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की एक महीने से भी कम समय में दो बार बैठक हो चुकी है। इस गठबंधन की पहली बार बैठक 23 जून को पटना में और फिर उसके बाद 17 जुलाई को बेंगलुरु में बुलाई गई थी। तीसरी बैठक आगामी 31 अगस्त और एक सितंबर को मुंबई में आयोजित होगी।
मैं उस पर ध्यान नहीं देता
बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी की, 1977 में लोक नायक जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति के बाद सरकार बनने पर भारत को वास्तविक रूप से आजादी मिलने संबंधी कथित टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, “हर कोई जानता है कि भारत को आजादी कब मिली थी। भारत की आजादी की तारीख न जानना गैरकानूनी है। लेकिन फिर भी… छोड़िए… भाजपा नेता क्या कहते हैं, मैं उस पर ध्यान नहीं देता।
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