Bihar Diarrhea: नवादा में डायरिया का भीषण प्रकोप, हरकत में आया स्वास्थ्य महकमा
Bihar Diarrhea: नवादा जिले के गोविंदपुर में डायरिया का कहर जारी है। गोविंदपुर पंचायत के वार्ड छह के नाई टोला में दर्जन भर लोग डायरिया से पीड़ित हो गए, जिसमें गंभीर रूप से बीमार दो लोगों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। शेष लोगों का इलाज उनके घरों में ही किया जा रहा है। टोले के 39 वर्षीय प्रवेश शर्मा एवं 16 वर्षीय रागिनी कुमारी का सीएचसी में इलाज चल रहा है। टोले में डायरिया फैले होने की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया और टीम ने इलाके में जाकर प्रभावित टोले का जायजा लिया।
डायरिया का प्रकोप, 100 ग्रमीण बीमार
वहीं, श्योपुर जिले के ओछापुरा थाना इलाके की ओछा पंचायत की आदिवासी बस्ती में शुक्रवार रात डायरिया का प्रकोप फैल गया। जिससे लगभग 100 ग्रामीण बीमार हो गए, जबकि दो लोगों की मौत हो गई है। शुक्रवार की रात ओछा गांव की आदिवासी बस्तियों में महिला, पुरूष और बच्चों को उल्टी दस्त होने लगे। रात होते-होते 40 से ज्यादा मरीजों की हालत बिगड़ने लगी। इसकी सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अमले ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां लगभग 100 लोगों का इलाज अभी भी जिला अस्पताल में जारी है। सीएमएचवो जेएस राजपूत और उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर गांव की स्थिति को जाना और मेडिकल टीम से गांव और आसपास की आदिवासी बस्तियों में चेकअप करवाया जा रहा है।
नाई टोला में पहुंची डॉक्टरों की टीम
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. निशिकांत कुमार ने बताया कि गोविंदपुर मुखिया अनुज सिंह ने उन्हें सूचना दी थी कि वार्ड नंबर 6 नाई टोला में कई लोग डायरिया से ग्रसित हो चुके हैं। सूचना मिलते ही एक टीम प्रभावित टोले में भेजी गई। टीम में शामिल चिकित्सक डॉ. कुमारी अन्नपूर्णा, फार्मासिस्ट प्रमोद कुमार, परिचारी विनोद कुमार सहित अन्य को मौके पर भेजा गया। टोले में 12 लोग डायरिया से ग्रसित पाए गए, जिसमें प्रवेश शर्मा एवं रागिनी कुमारी की स्थिति खराब रहने के कारण उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर समुचित इलाज किया जा रहा है।
डायरिया के होने का मुख्य कारण
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. निशिकांत कुमार ने बताया कि डायरिया आमतौर पर गंदगी, दूषित भोजन या पानी के सेवन से होता है। यह समस्या किसी भी आयु वर्ग के लोगों को हो सकती है, लेकिन बच्चों और बुजुर्गों में यह अधिक सामान्य होती है। डायरिया को दस्त के नाम से भी जाना जाता है। यह पाचन संबंधी समस्या है। बारिश के मौसम में सुपाच्य भोजन का सेवन करना चाहिए। डायरिया होने पर अस्पताल में आकर अपना इलाज करवाएं।
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