बिहार में जातिगत गणना के आंकड़े हुए जारी, सीएम नीतीश कुमार ने कहा- आर्थिक आधार पर करेंगे सबका विकास
बिहार में जातिगत गणना के आंकड़े प्रकाशित होने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं, बिहार सरकार द्वारा जाति सर्वेक्षण डेटा जारी करने के बाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति आधारित गणना के काम में लगी पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि सर्वेक्षण से न केवल जातियों का पता चला है बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति के बारे में भी जानकारी दी, बिहार सरकार ने जाति सर्वेक्षण डेटा जारी किया। जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था।
राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित जनगणना की
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों पर ये आंकड़े असर डाल सकते हैै, जिसमें दिखाया गया है कि अन्य पिछड़ी जाति और अत्यंत पिछड़ा वर्ग मिलकर राज्य की आबादी का 63 प्रतिशत हिस्सा हैं। बिहार विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से यह निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित जनगणना कराएगी और इसकी मंजूरी दे दी गई, इस आधार पर, राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित जनगणना की है, उन्होंने कहा, जाति आधारित जनगणना से न केवल जातियों का पता चलता है बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की भी जानकारी मिलती है। इस रिपोर्ट के आधार पर सभी वर्गों के विकास और उत्थान के लिए आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बिहार विधानसभा में बुलाई जाएगी 9 दलों की बैठक
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में होने वाली जाति आधारित जनगणना को लेकर जल्द ही बिहार विधानसभा के 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी और उन्हें जाति आधारित जनगणना के नतीजों से अवगत कराया जाएगा, राजद प्रमुख लालू यादव ने भी जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे “ऐतिहासिक क्षण” बताया। बिहार के पूर्व सीएम ने एक्स पर पोस्ट किया, आज गांधी जयंती पर हम सभी इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बने हैं। बीजेपी की कई साजिशों, कानूनी बाधाओं और तमाम साजिशों के बावजूद आज बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वेक्षण जारी किया।
जानिए जाति आधारित जनगणना में क्या आंकड़े हुए पेश
अतिरिक्त मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने कहा, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01 प्रतिशत है, सामान्य वर्ग 15.52 प्रतिशत है और अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी) 27 प्रतिशत है। आंकड़ों के मुताबिक, राज्य की आबादी में अनुसूचित जाति 19.65 फीसदी और अनुसूचित जनजाति 1.68 फीसदी है, आंकड़ों में यह भी कहा गया है कि आबादी में हिंदू 81.99 प्रतिशत, मुस्लिम 17.7 प्रतिशत, ईसाई 0.05 प्रतिशत, सिख 0.01 प्रतिशत, बौद्ध 0.08 प्रतिशत और अन्य धर्मों के 0.12 प्रतिशत शामिल हैं। आंकड़ों में कहा गया है कि यादव, ओबीसी समूह जिससे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आते हैं, सबसे बड़ा है और राज्य की आबादी का 14.27 प्रतिशत है। जाति सर्वेक्षण में कहा गया है कि कुशवाह और कुर्मी समुदाय आबादी का 4.27 प्रतिशत और 2.87 प्रतिशत हैं। भूमिहारों की आबादी 2.86 प्रतिशत, ब्राह्मणों की 3.66 प्रतिशत, कुर्मियों की 2.87 प्रतिशत और मुसहरों की 3 प्रतिशत है। बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा है।