बिहार में भी I.N.D.I.A. गठबंधन में उभरा विवाद, सहयोगी दल ने लगाया अनदेखी का आरोप
2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए बने इंडिया गठबंधन में पिछले कई दिनों से मतभेद सामने आए हैं। पहले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के ऐलान को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच तालमेल की साफ़ कमी दिखी जिसके बाद अब बिहार में भी सहयोगी दल ने अनदेखी का आरोप लगाया है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर I.N.D.I.A. गठबंधन के कार्यकर्ताओं में सामंजस्य बैठाने के लिए 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति का गठन कर दिया गया। इस बीच भाकपा-माले (भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ,मार्क्सवादी-लेनिनवादी) ने अनदेखी का आरोप लगाया है। भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति से संबंधित जारी सूची में हमारे कामकाज के कुछ प्रमुख जिलों की अनदेखी हुई है। हमें सिवान और अरवल में उपाध्यक्ष का पद मिला है, साथ ही साथ 32 जिलों में कुल 57 सदस्यों को जगह मिली है।
भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति से संबंधित जारी सूची में हमारे कामकाज के कुछ प्रमुख जिलों की अनदेखी हुई है। हमें सिवान और अरवल में उपाध्यक्ष का पद मिला है, साथ ही साथ 32 जिलों में कुल 57 सदस्यों को जगह मिली है।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि हमने मांग की थी कि भोजपुर, रोहतास, जहानाबाद और पटना में भी उपाध्यक्ष का पद दिया जाए। साथ ही 32 की बजाय हमने 34 जिलों में कुल 63 सदस्यों की सूची भी दी थी, लेकिन, उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि बिहार से ही शुरू होने वाले इंडिया गठबंधन को और मजबूत बनाने के लिए आपसी संवाद और तालमेल को और बेहतर बनाने की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि नवगठित जिला 20 सूत्री समितियों के अध्यक्ष संबंधित जिले के प्रभारी मंत्री हैं। वहीं, सभी जिलों में समिति के दो-दो उपाध्यक्ष बनाये गये हैं। इस तरह कुल 76 (अब तक अधूसिचत 74) उपाध्यक्ष नियुक्त किये गये हैं।