JDU के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन का निधन, CM नीतीश कुमार ने जताया शोक
बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन का गुरुवार शाम निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली में अंतिम सांस ली। उनके निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक व्यक्त किया है।
दिल्ली के एक अस्पताल में राजीव रंजन ने ली अंतिम सांस
बताया जाता है कि जदयू के नेता और पूर्व विधायक राजीव रंजन की शाम को तबियत बिगड़ी थी और उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके नजदीकियों के मुताबिक उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को पटना लाया जाएगा।
सीएम नीतीश कुमार समेत जदयू और भाजपा के कई नेताओं ने शोक जताया
राजीव रंजन के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत जदयू और भाजपा के कई नेताओं ने शोक जताया है। मुख्यमंत्री नीतीश ने उनके निधन को पार्टी के लिए क्षति बताया।
मुख्यमंत्री ने इस्लामपुर के पूर्व विधायक राजीव रंजन के असामयिक निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि राजीव रंजन एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं प्रसिद्ध समाजसेवी थे। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
राजीव रंजन सिंह का निधन अत्यंत दुखद - जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता राजीव रंजन सिंह का निधन अत्यंत दुखद है। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिवार को संबल प्रदान करें।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि राजीव रंजन राजनीति के अलावा सामाजिक व्यक्ति थे। उनका निधन प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है।
बिहार की राजनीति में उनके देहावसान से अपूरणीय क्षति - संजय जायसवाल
भाजपा के सांसद संजय जायसवाल ने एक्स पर लिखा कि जदयू के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक, वरिष्ठ राजनेता राजीव रंजन का निधन अत्यंत ही दुखद है। बिहार की राजनीति में उनके देहावसान से अपूरणीय क्षति हुई है। भगवान उनकी आत्मा को शांति और परिवार तथा प्रियजन को धैर्य दें।
राजीव रंजन साल 2015 में जदयू से बीजेपी में हुए शामिल
राजीव रंजन साल 2015 में जदयू से भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा में उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। साल 2023 में एक बार फिर से जदयू में शामिल हो गए। वह साल 2010 में जदयू के टिकट पर इस्लामपुर से विधायक चुने गए थे। जदयू में फिलहाल वह राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।