बिहार की राजनीति में हलचल तेज, बड़े नेताओं का दिल्ली में लगा जमावड़ा
लोकसभा चुनाव से पहले देश भर की राजनीति में हलचल तेज होना स्वाभविक है। इस दौरान बहुत से राजनीतिक दल बड़े बदलाव की ओर जाएंगे जहा सभी को असंभव समझौते होते हुए देखने को मिल सकते है। पार्टियों का गठबंधन बदलना और नेताओ का पार्टी से निकलना ये सब चुनाव होने के कुछ दिनों पहले तक देखने को मिलेगा। इन सब में देखने वाली बात है ये होगी की क्षेत्रीय राजनीतिक दल कितने प्रभावी होंगे और बड़ी पार्टियां इनके साथ किन शर्तो के साथ आती है।
- पार्टी आलाकमान दिल्ली की उच्चस्तरीय बैठक
- भाजपा के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए
- नीतीश कुमार के मसले पर कोई विवादित बयान नहीं
बड़े बदलावों के संकेत
बिहार की राजनीति में पटना से आ रहे बड़े बदलावों के संकेत के बीच केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के बड़े रणनीतिकार अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज रात बिहार भाजपा के नेताओं के साथ बड़ी बैठक कर सकते हैं। बिहार के राजनीतिक हालात को लेकर विस्तार से चर्चा करने के लिए भाजपा ने दिल्ली में बड़ी बैठक बुलाई है। भाजपा राष्ट्रीय महासचिव एवं बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी सहित बिहार से जुड़े कई नेता दिल्ली पहुंच गए हैं।
पार्टी आलाकमान दिल्ली की उच्चस्तरीय बैठक
सम्राट चौधरी और नीतीश कुमार के करीबी जेडीयू नेता केसी त्यागी के बीच पटना एयरपोर्ट पर बातचीत भी हुई। बताया जा रहा है कि पार्टी आलाकमान दिल्ली की उच्चस्तरीय बैठक में बिहार भाजपा के नेताओं के साथ राज्य के राजनीतिक हालात, राज्य में हो रही राजनीतिक हलचल और खासकर नीतीश कुमार की तरफ से आई शर्तों पर विस्तार से चर्चा कर सकती है। बैठक में नीतीश कुमार के एनडीए गठबंधन में वापसी के फॉर्मूले पर भी चर्चा हो सकती है।
भाजपा के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए
दरअसल, बिहार भाजपा के ज्यादातर नेता यह चाहते हैं कि अगर इस बार नीतीश कुमार फिर से एनडीए गठबंधन में वापस आते भी हैं तो उन्हें भाजपा के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए, बिहार में भाजपा का सीएम बने और जेडीयू कोटे से कोई नेता डिप्टी सीएम बने और नीतीश कुमार को राष्ट्रीय स्तर पर कोई भूमिका दी जाए। हालांकि, बिहार भाजपा के नेताओं ने इसे लेकर अंतिम फैसला करने का जिम्मा पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया है।
नीतीश कुमार के मसले पर कोई विवादित बयान नहीं
यह भी बताया जा रहा है कि दिल्ली में होने वाली इसी बैठक में पार्टी आलाकमान की तरफ से बिहार प्रदेश अध्यक्ष सहित सभी नेताओं को नीतीश कुमार के मसले पर कोई विवादित बयान नहीं देने की हिदायत भी दी जा सकती है। इसके बाद अमित शाह या पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ताजा राजनीतिक हालात के बारे में जानकारी देंगे और इसके बाद ही भाजपा नीतीश कुमार की तरफ से आए संकेतों पर कोई अंतिम फैसला करेगी।
चुनाव की तैयारियों को लेकर बड़ी बैठक
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार रात को अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बड़ी बैठक की थी। सूत्रों की माने तो तीनों नेताओं की इस उच्चस्तरीय बैठक में भी बिहार के राजनीतिक हालात और नीतीश कुमार के स्टैंड को लेकर चर्चा हुई थी।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।