Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

चंडीगढ़ मे BJP ने मेयर के पद पर किया कब्जा, सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद AAP को लगा झटका

चंडीगढ़ के मेयर पद का चुनाव भाजपा ने जीत लिया है। भाजपा को इस चुनाव में 14 वोट मिले। वहीं आम आदमी पार्टी को 13 वोट मिले

02:27 PM Jan 08, 2022 IST | Desk Team

चंडीगढ़ के मेयर पद का चुनाव भाजपा ने जीत लिया है। भाजपा को इस चुनाव में 14 वोट मिले। वहीं आम आदमी पार्टी को 13 वोट मिले

चंडीगढ़ के मेयर पद का चुनाव भाजपा ने जीत लिया है। भाजपा को इस चुनाव में 14 वोट मिले। वहीं आम आदमी पार्टी को 13 वोट मिले। आप का एक वोट खारिज कर दिया गया। इसके बाद सदन में हंगामा हो गया। भाजपा की जीत से नाराज आप पार्षद धरने पर बैठ गए हैं। बीजेपी की सरबजीत कौर चंडीगढ़ की मेयर बन गई हैं। आम आदमी पार्टी का एक वोट बैलट पेपर फटा होने की वजह से रद्द हो गया। चुनाव का नतीजा आने के बाद आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद धरने पर बैठ गए। नगर निगम के अंदर धक्का-मुक्की के बाद मार्शल को हालात संभालने के लिए बुलाया गया।
Advertisement
यूं तो चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आप के सबसे अधिक पार्षदों ने जीत दर्ज की है लेकिन बीजेपी के दांव से मुकाबला दिलचस्प हो गया था। चुनाव में बीजेपी और आप के बीच ही टक्कर थी, कांग्रेस अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था। ऐसे में सीधा मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) और बीजेपी के बीच था। चुनाव के दौरान टूट के डर से आम आदमी पार्टी ने पार्षदों को दिल्ली में शिफ्ट कर दिया था।
सीक्रेट बैलट के जरिए वोटिंग
चंडीगढ़ के नए मेयर का चुनाव 8 जनवरी को सुबह 11 बजे चंडीगढ़ नगर निगम के ऑफिस में हुए। मेयर के साथ ही चंडीगढ़ के सीनियर डेप्युटी मेयर और डेप्युटी मेयर भी चुने गए। चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर के लिए सीक्रेट बैलेट के जरिए वोटिंग हुई।
काउंटिंग के दौरान पता चला कि आम आदमी पार्टी का एक बैलट पेपर फटा था। जिससे वह वोट खारिज कर दिया गया। आपको बता दें कि मेयर के लिए सिर्फ महिला पार्षद ही आवेदन कर सकती थीं क्योंकि पहले और चौथे साल के लिए यह पोस्ट महिला पार्षद के लिए रिजर्व रखी गई है।
24 दिसंबर को हुए थे चुनाव
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव 24 दिसंबर को हुए थे जिसमें कोई भी दल बहुमत का आंकड़ा (19) पार नहीं कर पाया था। चुनाव में डेब्यू करने वाली AAP के 14 पार्षदों ने जीत दर्ज की थी, जबकि बीजेपी के 12, कांग्रेस के 8 पार्षद और अकाली दल के 1 पार्षद ने जीत दर्ज की थी।
वार्ड नंबर 10 की पार्षद हरप्रीत कौर बाबला ने अपने पति देविंदर सिंह बाबला के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन कर ली थी। इसके बाद बीजेपी के पार्षदों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है जबकि कांग्रेस की घटकर 7 रह गई।
चंडीगढ़ सांसद का भी एक वोट
मेयर चुनाव में चंडीगढ़ सांसद का भी एक वोट मान्य होता है जिसके बाद बीजेपी के पास कुल 14 वोट हो गए थे। फिल्म अभिनेत्री किरण खेर चंडीगढ़ का संसद में प्रतिनिधित्व करती हैं।
Advertisement
Next Article