भाजपा ने दिल्ली में भय का माहौल पैदा किया: AAP नेता मनीष सिसोदिया
दिल्ली के 40 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, सिसोदिया का भाजपा पर हमला
राष्ट्रीय राजधानी के 40 से अधिक स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद, आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली में डर का माहौल पैदा किया है। ‘आप’ नेता ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कानून और व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो गई है। “आज, दिल्ली के 40 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। यह हमें हैरान करता है कि हमारे बच्चे सुरक्षित नहीं हैं।
AAP नेता मनीष सिसोदिया का तीखा बयान
दिल्ली में आज 40 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। जिसको लेकर सियासत भी तेज हो गई है। इस बीच आम आदमी पार्टी क नेता मनीश सिसोदिया ने भाजपा ने दिल्ली में डर का माहौल पैदा किया है। दिल्ली में कानून और व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो गई है… अगर राष्ट्रीय राजधानी सुरक्षित नहीं है, तो केंद्र सरकार क्या कर रही है? मैंने दिल्ली में डर की ऐसी स्थिति नहीं देखी।
मुख्यमंत्री आतिशी ने साधा निशाना
इस बीच, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा शासित केंद्र सरकार सुरक्षा प्रदान करने के अपने एकमात्र कार्य में विफल रही है। दिल्ली में फिरौती, हत्या, गोलीबारी की रोजाना हो रही घटनाओं के बाद अब स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियां मिल रही हैं। दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति पहले कभी इतनी खराब नहीं रही। भाजपा शासित केंद्र सरकार दिल्ली के लोगों को सुरक्षा देने के अपने एकमात्र काम में विफल रही है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली के लोगों ने कानून-व्यवस्था की इतनी खराब स्थिति पहले कभी नहीं देखी। दिल्ली के लोगों ने कानून-व्यवस्था की इतनी खराब स्थिति पहले कभी नहीं देखी। अमित शाह जी को आकर दिल्ली के लोगों को जवाब देना चाहिए।
40 से अधिक स्कूलों को ई-मेल
इससे पहले आज राष्ट्रीय राजधानी के 40 से अधिक स्कूलों को ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली और 30,000 अमेरिकी डॉलर की फिरौती मांगी गई। धमकी भरे मेल में लिखा था, “मैंने इमारत के अंदर कई बम (लीड एजाइड, डेटोनेटर में इस्तेमाल होने वाला विस्फोटक यौगिक) लगाए हैं। मैंने इमारत के अंदर कई बम लगाए हैं। बम छोटे हैं और बहुत अच्छी तरह से छिपाए गए हैं। इससे इमारत को बहुत ज़्यादा नुकसान नहीं होगा, लेकिन बमों के फटने से कई लोग घायल हो जाएँगे। आप सभी को तकलीफ़ उठानी पड़ेगी और अपने अंग खोने पड़ेंगे। अगर मुझे 30,000 अमेरिकी डॉलर नहीं मिले, तो मैं बमों को उड़ा दूँगा।”
(News Agency)