'जाने तू या जाने ना...', अल्जीरिया में BJP सांसद ने गाया गाना, हंस पड़े ओवैसी
अल्जीरिया में भाजपा सांसद का गाना, सोशल मीडिया पर वायरल
अल्जीरिया में भाजपा सांसद रेखा शर्मा ने ‘जाने तू या जाने ना’ गाना गाया, जिससे असदुद्दीन ओवैसी मुस्कुराते नजर आए। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य आतंकवाद का असली चेहरा उजागर करना था, लेकिन माहौल कुछ और ही दिख रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने दुनिया भर में सर्वदलीय सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल भेजा है, जो वैश्विक पटल पर पाकिस्तान के आतंकवाद का असली चेहरा उजागर करेगा। अब प्रतिनिधिमंडर रूस, जापान समेत कई देश जा चुके हैं। वहीं एक दल बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब और अल्जीरिया में भेजा गया ताकि पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क की पोल खोली जा सके। इस बीच अल्जीरिया से भारतीय डेलिगेशन का एक वीडियो सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। वीडियो में भाजपा सांसद रेखा शर्मी गाना गाती नजर आ रही हैं। वहीं रेशा शर्मा का गाना सुनकर असदुद्दीन ओवैसी मुस्कुराते नजर आ रहे हैं। अब इसको लेकर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत न सवाल उठाए हैं।
सुप्रिया श्रीनेत ने उठाए सवाल
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर इस मामले पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा कि मुझे लगा कि सर्वदलीय बोर्ड दुनिया को भारत के खिलाफ क्रूर आतंकवादी हमले में 28 लोगों की शहादत, ऑपरेशन सिंदूर, पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों और पुंछ में हमारे 16 निर्दोष लोगों की शहादत के बारे में बताने गया है, लेकिन यहां तो अलग ही माहौल है।
वीडियो वायरल
15 सेकंड के वायरल वीडियो में राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा मशहूर गाना ‘जाने तू या जाने ना’ गुनगुनाती नजर आ रही हैं। उनके बगल में AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी मुस्कुराते नजर आ रहे हैं और अंत में वहां बैठे लोग ताली बजा रहे हैं। हालांकि, विपक्ष ने इस वीडियो को अनुशासनहीनता और असंवेदनशीलता का बताया।
अल्जीरिया पहुंचे प्रतिनिधिमंडल के सदस्य
़अल्जीरिया पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इसमें भाजपा सांसद बैजयंत जय पांडा (नेता), असदुद्दीन ओवैसी (एआईएमआईएम), निशिकांत दुबे (भाजपा), रेखा शर्मा (भाजपा सांसद, पूर्व महिला आयोग प्रमुख), फंगनन कोन्याक, सतनाम सिंह संधू (भाजपा) और हर्ष श्रृंगला (पूर्व विदेश सचिव) शामिल हैं। राजनीतिक विचारधाराओं में मतभेदों के बावजूद, यह टीम एक ‘साझा राष्ट्रीय दृष्टिकोण’ के साथ सामने आई।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की चार देशों की यात्रा पूरी, भारत के आतंकवाद विरोधी रुख की प्रशंसा