बंगाल के लिए भाजपा के घोषणापत्र में हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने, सीएए लागू करने का वादा
भाजपा ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को अपना घोषणा पत्र जारी करते हुए रोजगार मुहैया कराकर ‘‘सोनार बांग्ला’’ का निर्माण करने, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को मजबूत करने और अपनी सरकार बनने पर पहली कैबिनेट बैठक में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के क्रियान्वयन का मार्ग प्रशस्त करने का वादा किया।
02:45 AM Mar 22, 2021 IST | Shera Rajput
भाजपा ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को अपना घोषणा पत्र जारी करते हुए रोजगार मुहैया कराकर ‘‘सोनार बांग्ला’’ का निर्माण करने, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को मजबूत करने और अपनी सरकार बनने पर पहली कैबिनेट बैठक में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के क्रियान्वयन का मार्ग प्रशस्त करने का वादा किया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सॉल्ट लेक स्थित ईजेडसीसी में ‘सोनार बांग्ला संकल्प पत्र’ जारी करते हुए कहा कि भाजपा ‘आयुष्मान भारत’ स्वास्थ्य सेवा योजना और ‘प्रधानमंत्री किसान’ कार्यक्रम का राज्य में क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी और इसके अलावा प्रति परिवार कम से कम एक नौकरी मुहैया कराएगी।
भाजपा ने ‘प्रधानमंत्री-किसान योजना’ के तहत राज्य के 75 लाख किसानों को 18-18 हजार रुपए के बकाए का भुगतान किए जाने का आश्वासन दिया और वादा किया कि यदि पार्टी सत्ता में आती है तो उन्हें प्रतिवर्ष 10,000 रुपए दिए जाएंगे, जिसमें से छह हजार रुपए केंद्र सरकार देगी।
पार्टी ने किसानों की आर्थिक सुरक्षा के लिए 5,000 करोड़ रुपए के हस्तक्षेप कोष की घोषणा की और इसके अलावा लघु किसानों एवं मछुआरों के लिए तीन लाख रुपए के दुर्घटना बीमा का वादा किया।
पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में कला, साहित्य एवं अन्य क्षेत्रों को प्रोत्साहन देने के लिए 11,000 करोड़ रुपए की ‘सोनार बांग्ला’ निधि और नोबेल पुरस्कार की तर्ज पर टैगोर पुरस्कार शुरू किए जाने का वादा किया।
पार्टी ने अकादमी पुरस्कार की तर्ज पर सत्यजीत राय पुरस्कार शुरू करने और कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव का स्तर और ऊंचा करने का भी वादा किया।
भाजपा ने राज्य सरकार के कर्मियों के लिए सातवां वेतन आयोग लागू किए जाने और राज्य की सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की भी घोषणा की।
भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में घुसपैठ के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने और ‘‘सबसे कड़ी सीमा सुरक्षा’’ मुहैया कराने का वादा किया।
पार्टी ने सभी महिलाओं के लिए ‘‘केजी से लेकर पीजी’’ (प्राथमिक शिक्षा से लेकर स्नातकोत्तर तक) तक नि:शुल्क शिक्षा और सार्वजनिक वाहनों में मुफ्त यात्रा सुविधा का वादा किया।
उसने उत्तर बंगाल, जंगल महल और सुंदरबन इलाकों में एम्स की स्थापना करने और हर परिवार के लिए शौचालय एवं स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने का वादा किया।
शाह ने कहा कि यदि पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनती है, तो लोगों को दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा के आयोजन के लिए अदालत नहीं जाना होगा। उन्होंने कोलकाता में दुर्गा पूजा उत्सव को एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र बनाने का वादा किया।
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्यों में शामिल हो गया है। वर्षों की निष्क्रियता के कारण युवाओं के सपने टूट गए हैं और रोजगार का प्रवाह बाधित हो गया है। पिछले 10 साल में तृणमूल कांग्रेस के कुशासन के कारण बंगाल के इतिहास में काला अध्याय शुरू हो गया है।’’
पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में स्कूलों के ढांचागत विकास के लिए 20,000 करोड़ रुपए की ईश्वर चंद्र विद्यासागर निधि और आईआईटी एवं आईआईएम के समतुल्य पांच विश्वविद्यालय खोलने का वादा किया।
पार्टी ने कहा कि वह कोलकाता को अंतरराष्ट्रीय शहर बनाएगी, 22,000 करोड़ रुपए की कोलकाता विकास निधि की स्थापना करेगी और सुनिश्चित करेगी कि यह शहर यूनेस्को धरोहर शहरों में शामिल हो।
पार्टी ने कहा कि कोलकाता को वित्तीय सेवा के केंद्र के तौर पर स्थापित किया जाएगा और उसने शहर में घरेलू खपत के लिए 200 इकाई तक नि:शुल्क बिजली का वादा किया। उसने कोलकाता मेट्रो सेवा के विस्तार का भी वादा किया।
शाह ने कहा, ‘‘हमने फैसला किया है कि हम कैबिनेट की पहली बैठक में संशोधित नागरिकता कानून के क्रियान्वयन का मार्ग प्रशस्त करेंगे और गरीबों की भलाई के लिए आयुष्मान भारत योजना को मंजूरी देंगे।’’
पार्टी ने कहा कि हर शरणार्थी परिवार को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के जरिए पांच साल तक हर साल 10-10 हजार रुपए दिए जाएंगे।
शाह ने राज्य के लोगों से भाजपा के लिए मतदान करने की अपील करते हुए कहा, ‘‘आपने कांग्रेस को समय दिया, आपने कम्युनिस्ट पार्टी को 30 साल से अधिक का समय दिया और तृणमूल कांग्रेस को 10 साल दिए। सोनार बांग्ला के निर्माण के लिए हमें पांच साल दीजिए।’’
पार्टी ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 1,000 करोड़ रुपए आवंटित करने का वादा किया।
तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने इस घोषणा पत्र की आलोचना करते हुए इसे ‘‘जुमलों से भरा घोषणा पत्र’’ करार दिया।
माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने कहा कि घोषणा पत्र में किए गए वादे झूठ के सिवाए कुछ नहीं हैं।
Advertisement
Advertisement