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बांग्लादेश-पाकिस्तान की नजदीकियों पर ओवैसी का वार, बोले- बीजेपी को शर्म आनी चाहिए

02:42 PM Jun 30, 2025 IST | Priya

 

नई दिल्ली : देशभर में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। हाल ही में दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 83 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। इनमें 44 महिलाएं, 39 पुरुष और 33 नाबालिग शामिल हैं। ये सभी बांग्लादेश के कुरीग्राम और तांगेल जिलों के निवासी हैं। पुलिस का कहना है कि ये लोग भारत में अवैध तरीके से रह रहे थे और इनकी वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस कार्रवाई के तहत दिल्ली के पूर्वी जिले में छापेमारी की गई थी, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी पकड़े गए। इन सभी को अब विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) के हवाले किया गया है ताकि उन्हें उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा सके।

ओवैसी का सरकार पर हमला
AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। महाराष्ट्र के परभणी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, "बीएसएफ आपकी, इंटेलिजेंस आपकी, फिर ये लोग बॉर्डर पार कर यहां तक कैसे आ गए? तुम्हें इसका अंदाजा तक नहीं। छोड़ो ये बातें, कोई बांग्लादेशी परभणी में आने की हिम्मत नहीं कर सकता। ये भारत की अटूट सरज़मीं है।"

ओवैसी ने आगे कहा, "अगर बांग्लादेश की बात करते हो तो सुनो बीजेपी वालों, वहां जब से यूनुस आए हैं, तब से बांग्लादेश पाकिस्तान के साथ नेवी एक्सरसाइज कर रहा है। उनकी फौज पाकिस्तान के जनरल मुनीर से मिल रही है। बांग्लादेश और चीन भारत की सीमा के पास एयरबेस बना रहे हैं, लेकिन तुम्हें उसकी चिंता नहीं है। जरा शर्म करो।"

बंगाल-ओडिशा विवाद
इस बीच, पश्चिम बंगाल और ओडिशा की सरकारों के बीच भी अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर विवाद गहराता जा रहा है। पश्चिम बंगाल सरकार ने ओडिशा सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने बंगाल के 100 से अधिक मजदूरों को केवल शक के आधार पर हिरासत में ले लिया है। टीएमसी सांसद समीरुल इस्लाम ने इसे असंवैधानिक करार दिया और कहा कि ओडिशा सरकार ने बंगाल के नागरिकों को बिना उचित जांच के डिटेंशन सेंटर में रखा है। इस घटनाक्रम ने दोनों राज्यों के बीच राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है।

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