Brazil Drug Raid: गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा रियो डी जेनेरियो, ड्रग माफियाओं पर हेलिकॉप्टर से अटैक, 130 की मौत
Brazil Drug Raid: ब्राजील में लगातार हालात बिगड़ते जा रहे है। ड्रग गैंग के खिलाफ पुलिस की यह सबसे बड़ी कार्रवाई की जा रही है जहां रियो डी जेनेरियो में ड्रग तस्करों पर पुलिस की छापेमारी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 130 हो गई है। यह संख्या पहले बताई गई 64 की संख्या से काफ़ी ज़्यादा है। पुलिस के अनुसार, इस अभियान का उद्देश्य रियो के सबसे शक्तिशाली आपराधिक संगठन, कोमांडो वर्मेलो को ध्वस्त करना था। मारे गए लोगों में गिरोह के संदिग्ध सदस्य और पुलिसकर्मी शामिल है। लगभग 2,500 पुलिस अधिकारियों की भागीदारी वाली ये छापेमारी पेन्हा कॉम्प्लेक्स और अलेमाओ कॉम्प्लेक्स के उत्तरी इलाकों में की गई।
Brazil Drug Raid: गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा
कोमांडो वर्मेलो को ध्वस्त करने के लिए बड़ै पैमाने पर अभियान चलाया गया, गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा रियो डी जेनेरियो की गलियां गूंज उठी है। वहीं स्थानीय निवासियों और कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर तुरंत फांसी देने का आरोप लगाया। राउल सैंटियागो ने कहा कि ऐसे लोग हैं जिन्हें फांसी दी गई है, उनमें से कई को सिर के पीछे गोली मारी गई है, पीठ में गोली मारी गई है।
Helicopter Raid on Drug Mafia: भारी गोलीबारी का दावा
इस कार्रवाई में बख्तरबंद वाहनों, हेलीकॉप्टरों और ड्रोनों का समर्थन प्राप्त था। भारी गोलीबारी की खबरें हैं, अधिकारियों का दावा है कि गिरोह के सदस्यों ने बसों को बैरिकेड्स की तरह इस्तेमाल किया और पुलिस बलों पर हमला करने के लिए विस्फोटकों से लदे ड्रोन तैनात किए। रियो के गवर्नर क्लाउडियो कास्त्रो ने बताया कि यह कोई साधारण अपराध नहीं, बल्कि ड्रग पदार्थों का आतंकवाद है।
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ब्राजील के न्याय मंत्री रिकार्डो लेवांडोव्स्की ने कहा कि राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा इतनी बड़ी संख्या में हुई मौतों से भयभीत हैं और उन्हें इस बात पर आश्चर्य है कि इतना व्यापक अभियान बिना किसी पूर्व संघीय परामर्श के चलाया गया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी बढ़ती मौतों पर चिंता व्यक्त की। संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता स्टीफ़न दुजारिक ने कहा कि पुलिस कार्रवाई में बल प्रयोग अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार क़ानूनों और मानकों के अनुसार होना चाहिए, और अधिकारियों से तुरंत जाँच करने का आग्रह किया।
Rio Police Operation: 2024 में भी हुई ऐसी छापेमारी
रियो के फवेला में पुलिस की कार्रवाई अक्सर और अक्सर जानलेवा होती है। अकेले 2024 में, ऐसी छापेमारी में लगभग 700 लोग मारे गए। अधिकार संगठनों ने इस बड़े पैमाने पर कार्रवाई के समय पर सवाल उठाए हैं, जो ब्राज़ील में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आयोजनों से कुछ दिन पहले हुई है। बता दें कि रियो डी जेनेरो अगले हफ़्ते C40 वर्ल्ड मेयर्स समिट और प्रिंस विलियम के अर्थशॉट पुरस्कार की मेज़बानी करेगा।