जानसू टनल का ब्रेकथ्रू ऐतिहासिक, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया निरीक्षण
आधुनिक तकनीक से बनी जानसू टनल, रेल कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा…
जानसू टनल का ब्रेकथ्रू सफलतापूर्वक पूरा हुआ, जो उत्तराखंड के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और इसे पहाड़ी क्षेत्रों में रेल कनेक्टिविटी को मजबूत करने वाला बताया। सुरंग निर्माण के लिए अत्याधुनिक टनल बोरिंग मशीन का उपयोग किया गया है।
केंद्रीय रेल मंत्री बुधवार को एक दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने योग नगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और उसके बाद देवप्रयाग और जानसू के बीच बन रही जानसू टनल का भी दौरा किया, जिसका बुधवार को ही ब्रेकथ्रू हुआ। इस दौरान उन्होंने रेलवे अधिकारीयों को उचित दिशा निर्देश भी दिए। देवप्रयाग और जनासू के बीच ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के अंतर्गत बन रही सबसे लंबी 14.57 किमी की टी-8 और टी-8एम डबल ट्यूब सुरंगों का ब्रेकथ्रू सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनासू रेलवे स्टेशन पहुंचकर सुरंग निर्माण कार्य का अवलोकन किया।
A major breakthrough achieved today.
The tunnel boring machine has made it through the longest transportation tunnel (T-8) in India which is 14.58 km long.
Rishikesh-Karnaprayag new line project.
📍Uttarakhand pic.twitter.com/4GA9Mw1D9G— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) April 16, 2025
14.57KM लंबी सुरंग का निर्माण
इस मौके पर गढ़वाल सांसद श्री अनिल बलूनी और राज्य के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी मौजूद रहे। 14.57 किलोमीटर लंबी इन सुरंगों का निर्माण अत्याधुनिक टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) की मदद से किया गया है, जो परियोजना की तकनीकी दक्षता को दर्शाता है। वहीं, परियोजना की शेष सुरंगों का निर्माण पारंपरिक ड्रिल एंड ब्लास्ट तकनीक से किया जा रहा है। क्षेत्र की जटिल भूगर्भीय परिस्थितियों को देखते हुए सुरंगों की खुदाई के लिए विशेष टीबीएम मशीनें जर्मनी से मंगाई गई थीं। इसके अलावा जनासू से लगभग 1.5 किलोमीटर दूर एक वर्टिकल शाफ्ट (कुआंनुमा सुरंग) भी बनाई गई है, जिससे खुदाई और निर्माण कार्य में सहायता मिल सके।
यह परियोजना आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के ‘नए व सशक्त भारत’ के विजन और उत्तराखण्ड को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के संकल्प को साकार करती है। निश्चित तौर पर ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना राज्य की कनेक्टिविटी, पर्यटन, आर्थिकी और रोजगार के लिए नई संभावनाएं खोलेगी। pic.twitter.com/vwmVw5kMCf
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 16, 2025
देश की सबसे लम्बी रेलवे टनल जानसू का ब्रेकथ्रू
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सुरंग निर्माण कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह परियोजना उत्तराखंड के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो पहाड़ी क्षेत्रों में रेल कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की आधुनिक तकनीक से सुरंग निर्माण भविष्य की परियोजनाओं के लिए मिसाल बनेगा।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री श्री वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया कि आज का दिन इसलिए भी ऐतिहासिक है क्यूंकि आज ही के दिन भारत में 1853 को पहली रेल बोरीबंदर से ठाणे के बीच चली थी और आज ही भारत की सबसे लम्बी ट्रांसपोर्टेशन टनल जानसू टनल का ब्रेकथ्रू भी हुआ है।
172 वर्ष पहले भारत में रेल (Rail) की शुरुआत 16 अप्रैल 1853 को हुई। मुम्बई में वह दिन ऐतिहासिक था। उस दिन वहाँ सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया था। उस दिन दोपहर तीन बजकर पैंतीस मिनट पर 21 तोपों की सलामी के साथ बोरीबंदर से ठाणे के लिए पहली बार 14 डिब्बों की एक ट्रेन रवाना हुई थी।… pic.twitter.com/IFEJupTz3W
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) April 16, 2025
CM धामी ने सुरंग निर्माण कार्य को बताया विकास का प्रतीक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहाड़ पर रेल लाने का जो सपना था, वह अब साकार होता नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में यह सुरंग पूरी तरह से तैयार हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने सुरंग निर्माण में लगे सभी इंजीनियरों, तकनीकी विशेषज्ञों और श्रमिकों को इस ब्रेकथ्रू के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इसे तकनीकी प्रगति, परिश्रम और सामूहिक प्रयासों का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह उपलब्धि आने वाले समय में प्रदेश के लिए विकास और कनेक्टिविटी के नए रास्ते खोलेगी।
“पहाड़ पर रेल का स्वप्न जल्द होगा साकार !”
जनासू (पौड़ी गढ़वाल) में आदरणीय केन्द्रीय रेल मंत्री श्री @AshwiniVaishnaw जी के साथ ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के अंतर्गत सुरंग संख्या T-8 और T-8M के ऐतिहासिक ब्रेकथ्रू कार्यक्रम में उपस्थित रहा। 14.57 किलोमीटर लंबी इन डबल ट्यूब… pic.twitter.com/8rygX019FW
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 16, 2025