बैंक की इस सर्विस से नाखुश हुए ग्राहक, 7 लाख से ज्यादा मिली शिकायतें
Bank: RBI को 2022-23 में लोकपाल योजनाओं के तहत दर्ज शिकायतें 68 फीसदी से ज्यादा बढ़ गई हैं। इसके बाद कुल शिकायतों की संख्या बढ़कर 7.03 लाख हो गई है। इस शिकायत के बाद इसका खुलासा हुआ है।
Highlights
- RBI से नाराज हुए ग्राहक
- 7 लाख से ज्यादा शिकायत दर्ज
- मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग से संबंधित परेशानिया
बैंक ग्राहक हैं सबसे ज्यादा नाराज
RBI लोकपाल (ORBIO) और केंद्रीकृत रसीद और प्रसंस्करण केंद्र (CRPC) को हर साल विभिन्न विभागों से मिलने वाली शिकायतों में इजाफा हुआ है। वित्त वर्ष 2022 में जहां 4,18,184 शिकायतें मिलीं, वहीं वित्त वर्ष 2023 में ये आंकड़ा बढ़कर 7,03,544 हो गया। कुल शिकायतों में करीब 68.24 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। कुल शिकायतों में सबसे ज्यादा मामले मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग से संबंधित थे।
थर्ड पार्टी Aap की अधिक शिकायत
रिपोर्ट के अनुसार, बैंकों के साथ-साथ गैर-बैंक भुगतान प्रणाली प्रतिभागियों (जिसमें थर्ड पार्टी भी शामिल हैं) के खिलाफ प्राप्त शिकायतों की कुल संख्या में मोबाइल बैंकिंग से संबंधित शिकायतों का हिस्सा सबसे बड़ा था, जबकि एनबीएफसी में कामकाज से जुड़े नियमों का पालन न करने से संबंधित शिकायतें भी ज्यादा थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) का उपभोक्ता शिक्षा और संरक्षण विभाग, ग्राहक सेवा पर मौजूदा रिजर्व बैंक नियामक दिशानिर्देशों को अपडेट करेगा। साथ ही विभिन्न रेगुलेटेड इकाईयों पर लागू आंतरिक लोकपाल योजनाओं की समीक्षा भी करेगा। इसके अलावा सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए स्थानीय भाषाओं के लिए दो अतिरिक्त स्थानों पर एक रिज़र्व बैंक संपर्क केंद्र स्थापित किए जाने की भी योजना है।
57.48 प्रतिशत तक हुआ समझौता
2022-23 की वार्षिक रिपोर्ट, रिजर्व बैंक-एकीकृत लोकपाल योजना (RBIOS), 2021 (योजना) के तहत पहली स्टैंडअलोन रिपोर्ट है, जो RBI लोकपाल (ORBIO) के 22 कार्यालयों की गतिविधियों के बारे में बताती है। ORBIO 2021 के तहत रखरखाव योग्य शिकायतों में से अधिकांश (57.48 प्रतिशत) का समाधान आपसी समझौते, सुलह और मध्यस्थता के जरिए किया गया।
बाकी रखरखाव योग्य शिकायतों को या तो आरबीआईओ ने खारिज कर दिया या शिकायतकर्ताओं की ओर से वापस ले लिया गया। ORBIO में निपटाई गई शिकायतों का औसत टर्न-अराउंड टाइम 2022-23 के दौरान 33 दिनों का था, जो 2021-22 के दौरान 44 दिनों का था।
नोट – इस खबर दी गयी जानकारी निवेश के लिए सलाह नहीं है। ये सिर्फ मार्किट के ट्रेंड और एक्सपर्ट्स के बारे में दी गयी जानकारी है। कृपया निवेश से पहले अपनी सूझबूझ और समझदारी का इस्तेमाल जरूर करें। इसमें प्रकाशित सामग्री की जिम्मेदारी संस्थान की नहीं है।
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