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Direct Tax collection: केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDD) के आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के प्रत्यक्ष कर शुद्ध संग्रह में उल्लेखनीय उछाल आया है, जिसमें इस साल 17 सितंबर तक 21.48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
अप्रैल से सितंबर की अवधि के लिए प्रत्यक्ष कर का सकल संग्रह 12.01 लाख करोड़ रुपये रहा। आंकड़ों से पता चलता है कि यह पिछले वर्ष के 9.88 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। शुद्ध संग्रह 17 सितंबर 2023 को 8,57,528 करोड़ रुपये के मुकाबले 16.12 प्रतिशत बढ़कर 9,95,766 करोड़ रुपये हो गया है। आंकड़ों से संकेत मिलता है कि संग्रह में प्रमुख योगदानकर्ता प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) में बड़ी बढ़ोतरी है, जो इस अवधि के दौरान 2023 में 13,352 करोड़ रुपये से दोगुना होकर 26,154 करोड़ रुपये हो गया।
संग्रह STT इक्विटी बाजारों में निवेशकों के बढ़ते जोखिम का संकेत देता है। आंकड़ों से संकेत मिलता है कि कॉर्पोरेट टैक्स से कर संग्रह में भी 18.26 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 1 अप्रैल से 17 सितंबर, 2023 तक एकत्र किए गए 4.72 लाख करोड़ रुपये की तुलना में कॉर्पोरेट कर संग्रह 5.58 लाख करोड़ रुपये रहा। आंकड़ों के अनुसार, व्यक्तिगत आयकर संग्रह 5 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 6.14 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह पिछले वर्ष की तुलना में 22.8 प्रतिशत की वृद्धि है।
दूसरी ओर, अग्रिम कर संग्रह, जो सरकार की राजकोषीय योजना के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है, में 22.61 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अग्रिम कर श्रेणी में कुल कर संग्रह 1 अप्रैल से 17 सितंबर, 2024 तक बढ़कर 4.36 लाख करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इसी अवधि में यह 3.55 लाख करोड़ रुपये था। अग्रिम कर श्रेणी में कॉर्पोरेट टैक्स में 18.17 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अग्रिम कर श्रेणी में कॉर्पोरेट टैक्स 3.31 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। जबकि व्यक्तिगत अग्रिम कर संग्रह 37.22 प्रतिशत बढ़कर 1.04 लाख करोड़ रुपये हो गया।
(Input From ani)
नोट – इस खबर में दी गयी जानकारी निवेश के लिए सलाह नहीं है। ये सिर्फ मार्किट के ट्रेंड और एक्सपर्ट्स के बारे में दी गयी जानकारी है। कृपया निवेश से पहले अपनी सूझबूझ और समझदारी का इस्तेमाल जरूर करें। इसमें प्रकाशित सामग्री की जिम्मेदारी संस्थान की नहीं है।