आम जनता को महंगाई से मिली बड़ी राहत, नए आंकड़े हुए जारी
Inflation: आम जनता को खुदरा महंगाई (Inflation) से बड़ी राहत मिली है। यह जुलाई में 3.54 फीसदी रही जो पिछले 59 महीनों यानी करीब 5 साल में सबसे कम है। जुलाई में ग्रामीण इलाकों में महंगाई 4.1 फीसदी रही। यह जून में 5.66 फीसदी थी। शहरी इलाकों में जून में महंगाई 4.39 फीसदी थी जो जुलाई में घटकर 2.98 फीसदी पर आ गई।
महंगाई से मिली बड़ी राहत
सरकार ने महंगाई के ताजा आंकड़े जारी कर दिए हैं। 12 जुलाई को जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में भारत की खुदरा महंगाई दर घटकर करीब पांच साल के निचले स्तर 3.5 प्रतिशत पर आ गई। महंगाई में यह गिरावट बेहतर बेस इफेक्ट की वजह से आई है। जुलाई 2023 में उपभोक्ता महंगाई दर 7.4 प्रतिशत पर पहुंच गई थी।
RBI ने 8 अगस्त को अपनी नीतिगत बैठक
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 8 अगस्त को घरों में महंगाई की बढ़ती उम्मीदों पर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि मुख्य मुद्रास्फीति में गिरावट मौद्रिक रुख में बदलाव का कारण नहीं है। भारतीय रिजर्व बैंक ने 8 अगस्त को अपनी नीतिगत बैठक में लगातार नौवीं बार नीतिगत दर में कोई बदलाव नहीं किया था।
प्रदर्शन की वजह से 4.2 प्रतिशत की दर से बढ़ा
देश का औद्योगिक उत्पादन जून के महीने में खनन और बिजली क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन की वजह से 4.2 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। पिछले साल जून में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर चार प्रतिशत रही थी।
बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर 8.6 प्रतिशत रही
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जून के महीने में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 2.6 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 3.5 प्रतिशत थी। समीक्षाधीन अवधि में खनन क्षेत्र 10.3 प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर 8.6 प्रतिशत रही। इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून अवधि में देश के औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 5.2 प्रतिशत रही जो पिछले साल की समान तिमाही के 4.7 प्रतिशत से अधिक है।
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