RBI bulletin: दुनिया भर में मंदी का खतरा, भारत में त्योहारी मांग से मजबूत वृद्धि की उम्मीद
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपना नवंबर 2023 बुलेटिन जारी किया है। इस बुलेटिन में देश की आर्थिक स्थिति, मौद्रिक नीति की संभावनाएं और कुछ क्षेत्रों में बदलावों के बारे में जानकारी दी गई है। बुलेटिन के मुताबिक, वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के संकेत दिख रहे हैं। विनिर्माण क्षेत्र पिछड़ रहा है और सेवा क्षेत्र की वृद्धि स्थिर हो रही है।
भारत में, त्योहारी मांग और निवेश गतिविधियों में मजबूती के कारण तीसरी तिमाही में GDP की अच्छी ग्रोथ की उम्मीद है। अक्टूबर में मुद्रास्फीति घटकर 4.9% हो गई है, जो 2022-23 की औसत 6.7% से कम है। बुलेटिन में कहा गया है कि आरबीआई की नीतिगत दरों में बदलाव की उम्मीद बहुत कम है। लेकिन अगर कोई अप्रत्याशित बदलाव होता है, तो इससे लंबी अवधि की ब्याज दरों पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
RBI bulletin: कोयला और जीवाश्म ईंधन क्षेत्रों में फंसी संपत्तियों से जुड़े जोखिमों पर भी चर्चा की गई है। बुलेटिन में कहा गया है कि कोयला संक्रमण तंत्र स्वच्छ ऊर्जा की ओर बदलाव में तेजी लाने में मदद कर सकता है। कुल मिलाकर, बुलेटिन में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अभी भी मजबूत है। लेकिन वैश्विक मंदी के संकेत और बढ़ती महंगाई से चुनौतियां भी हैं। मौद्रिक नीति के बारे में, RBI ने कहा कि ओवरनाइट इंडेक्स स्वैप (OIS) दर के विश्लेषण से पता चलता है कि नीतिगत दरों में होने वाले बदलाव आमतौर पर अपेक्षित होते हैं। इसका मतलब है कि RBI आमतौर पर नीतिगत दरों में बदलावों की घोषणा पहले ही कर देता है।
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