प्याज के बढ़ते दाम को देखकर सरकार ने बेचे "buffer stock "
त्योहारी सीजन में प्याज की कीमत काफी बढ़ गई है और इससे आम लोगों को परेशानी हो रही है। दिवाली से ठीक पहले प्याज की कीमत आधे से ज्यादा बढ़ गई है। सरकार कीमतें कम करने की कोशिश करती नजर आ रही है।
रेट कम करने के लिए क्या कर रही है सरकार
सरकार कीमतों को कम रखने के लिए ग्राहकों को 25 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बफर स्टॉक को बेचेगी। इस समय पिछले साल प्याज 30 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा था, लेकिन अब 40 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है।
बफ्फर स्टॉक की बिक्री के करण हो सकती है दाम में गिरावट
प्याज की कीमत को बहुत अधिक बढ़ने से रोकने में मदद करने के लिए सरकार अपने पास बचा हुआ अतिरिक्त प्याज बेच रही है। वे यह सुनिश्चित करना चाहते है कि बाजार में पर्याप्त मात्रा में प्याज हो और महंगा होने से लोगो को परेशानी का सामना न करना पड़े।
क्यों बढे प्याज के दाम
कहा जा रहा है की प्याज इसलिए महंगा हो गया क्योंकि किसानो को प्याज उगाने में दिक्कतें का सामना करना पद रह था, और फसल बौने में देरी के करण से परेशानी झेलनी पड़ी, इसलिए उन्हें बढ़ने और बेचने के लिए तैयार होने में अधिक समय लगा। इस देरी के कारण प्याज की कीमत बढ़ गई है। सरकार प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए कुछ बफर स्टॉक बेचकर मदद करने की कोशिश कर रही है। केंद्र सरकार ने 1.70 लाख टन बफर स्टॉक को 22 राज्यों को अब तक बेचा है। सरकार भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (NAFED) और भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (NCCF) की मदद लेकर प्याज के बफर स्टॉक बैचा रही है।