Nifty50 से बाहार हुआ इस कंपनी का स्टॉक, अन्य इंडेक्स में हुए बदलाव
Share Market: Nifty Next 50 इंडेक्स से Adani Wilmar, Muthoot Finance, PI Industries, P&G Health और Shriram Finance बाहर हुए है, जबकि इस इंडेक्स में Adani Power, IRFC, Jio Financial Services, PFC और REC को एंट्री मिली है। निफ्टी बैंक इंडेक्स में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, इस इंडेक्स के कुछ स्टॉक्स में वेटेज में बदलाव हुए हैं।
Highlights
- इंडेक्स से बाहर हुए कई शेयर
- कई शेयरों में हुए बदलाव
- निफ्टी बैंक इंडेक्स में कोई बदलाव नहीं
Nifty Next 50 इंडेक्स से बाहर हुए कई शेयर
निफ्टी समेत कई अन्य इंडेक्स में री-बैलेंसिंग के एडजस्टमेंट का काम पूरा हो गया है। इन सभी इंडेक्स में आज से ये बदलाव लागू हो चुके हैं। इस बार भी रीबैलेंसिंग में कई स्टॉक्स के इंडेक्स में बदलाव हुए है, जोकि आज से लागू भी हो चुके हैं। इस वजह से कुछ शेयरों में इनफ्लो और आउटफ्लो भी देखने को मिल सकता है। आगे इसकी पूरी डिटेल जानते हैं।
नए बदलाव के तहत निफ्टी50 से अब UPL बाहर निकल चुका है। UPL की जगह अब इस इंडेक्स में Shriram Finance को शामिल किया गया है। इसके अलावा Nifty Next50 इंडेक्स में भी बदलाव हुए हैं।
Nifty Next 50 इंडेक्स से Adani Wilmar, Muthoot Finance, PI Industries, P&G Health और Shriram Finance बाहर हुए है। जबकि, इस इंडेक्स में Adani Power, IRFC, Jio Financial Services, PFC और REC को एंट्री मिली है।
निफ्टी बैंक इंडेक्स में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, इस इंडेक्स के कुछ स्टॉक्स में वेटेज में बदलाव हुए हैं। इस बदलाव के बाद HDFC Bank का वेटेज बढ़ गया है। IndusInd Bank के वेटेज में भी बदलाव हुआ है। निफ्टी बैंक इंडेक्स SBI और ICICI Bank के वेटेज में भी बदलाव हुए हैं।
क्यों होती है इंडेक्स रीबैलेंसिंग?
किसी भी स्टॉक में समय के साथ होने वाले बदलाव को एडजस्ट करने कि लिए इंडेक्स रीबलेंसिंग होती है ताकि इंडेक्स के मूल उद्देश्य को बनाए रखा जा सके. NSE हर साल 2 बार इंडेक्स को रीबैलेंस करता है. इसमें कुछ स्टॉक्स को चुनिंदा इंडेक्स में शामिल किए जाते हैं और कुछ को बाहर किया जाता है.
नोट – इस खबर में दी गयी जानकारी निवेश के लिए सलाह नहीं है। ये सिर्फ मार्किट के ट्रेंड और एक्सपर्ट्स के बारे में दी गयी जानकारी है। कृपया निवेश से पहले अपनी सूझबूझ और समझदारी का इस्तेमाल जरूर करें। इसमें प्रकाशित सामग्री की जिम्मेदारी संस्थान की नहीं है।