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उपचुनाव : भाजपा ने ओडिशा के सीईओ की निंदा की, आयोग से की आचार सहिंता उल्लंघन की शिकायत

विपक्षी दल भाजपा ने बुधवार को ओडिशा के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) एस. के. लोहानी पर जमकर निशाना साधा । हालांकि लोहानी ने दावा किया कि धामनगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के प्रचार के दौरान सामने आए कथित ‘वोट के बदले नकदी’ के आरोप में कार्रवाई की गई है।

05:44 AM Oct 27, 2022 IST | Shera Rajput

विपक्षी दल भाजपा ने बुधवार को ओडिशा के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) एस. के. लोहानी पर जमकर निशाना साधा । हालांकि लोहानी ने दावा किया कि धामनगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के प्रचार के दौरान सामने आए कथित ‘वोट के बदले नकदी’ के आरोप में कार्रवाई की गई है।

विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को ओडिशा के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) एस. के. लोहानी पर जमकर निशाना साधा । हालांकि लोहानी ने दावा किया कि धामनगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के प्रचार के दौरान सामने आए कथित ‘वोट के बदले नकदी’ के आरोप में कार्रवाई की गई है।
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भाजपा की ओडिशा इकाई ने पहले आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) मतदाताओं के बीच नकदी बांटने के लिए स्वयं सहायता समहू (एसएचजी) सदस्यों का इस्तेमाल कर रही है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अगुवाई में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की और ओडिशा तथा तेलंगाना में राज्य सरकारों द्वारा चुनाव कानूनों और आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन की शिकायत की।
ओडिशा की धामनगर और तेलंगाना की मुनुगोड़े विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को उपचुनाव है।
भाजपा के सह मीडिया प्रभारी संजय मयूख, प्रवक्ता संबित पात्रा और नेता ओम पाठक के साथ प्रधान ने निर्वाचन आयोग जाकर अधिकारियों को आचार संहिता उल्लंघनों का हवाला देते हुए दोनों राज्यों के लिए अलग-अलग ज्ञापन सौंपा।
बाद में पत्रकारों से बातचीत में प्रधान ने कहा कि पार्टी के नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों का स्थानीय और राज्य स्तर पर समाधान न होने के कारण भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने राजधानी दिल्ली में निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करने का फैसला किया।
प्रधान ने एक बयान में आरोप लगाया कि सीईओ चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारियों को सत्तारूढ़ बीजद की ओर से पैसे बांटने के लिए परोक्ष रूप से प्रोत्साहित कर रहे थे।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ जिलाधिकारी के नेतृत्व में भद्रक प्रशासन सत्ताधारी दल के साथ हाथ मिला हुआ है। वे आचार संहिता का उल्लंघन करने में बीजद की मदद कर रहे हैं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायती राज, ग्रामीण विकास और महिला एवं बाल विकास विभागों के कर्मचारियों को सत्तारूढ़ बीजद के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
प्रधान ने कहा, ‘‘सीईओ खुद पंचायती राज विभाग के सचिव हैं। इसलिए, मुझे उनकी मंशा पर संदेह है। हितों का टकराव है। इसलिए, हम मामले को ईसीआई में ले गए।’’
भाजपा नेताओं ने इसी प्रकार तेलंगाना राष्ट्र समिति शासित तेलंगाना के मुनुगोड़े में आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया।
पाठक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘ऐसा लग रहा है मानो तेलंगाना में टीआरएस नहीं बल्कि राज्य सरकार भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ रही है। उन्होंने पूरे सरकारी तंत्र को इस उपचुनाव में झोंक दिया है। यह चुनाव संहिता का घोर उल्लंघन है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि उपचुनाव में टीआरएस के सांसद और विधायक बड़ी मात्रा में शराब और पैसे मतदाताओं के बीच बांट रहे हैं।
इस बीच संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए लोहानी ने कहा, ‘‘ हमने नकदी वितरण मामले में मिले वीडियो में आरोपी व्यक्ति की पहचान कर ली है। पहचान के बाद हमने 24 घंटे के भीतर प्राथमिकी दर्ज कराई है।’’
नकदी वितरण के आरोपों के अलावा, एक और कथित वीडियो सामने आया था ‘‘जिसमें बीजद के एक कार्यकर्ता ने पार्टी की बैठक में घोषणा की कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक धामनगर की प्रत्येक पंचायत को बीजद को वोट देने के लिए एक करोड़ रुपये देंगे।’’
‘पीटीआई’ ने स्वतंत्र रूप से वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की है।
इस कथित वीडियो पर लोहानी ने कहा, ‘‘हमने उस व्यक्ति की भी पहचान कर ली है जो वोट के लिए एक करोड़ रुपये का वादा कर रहा था। भारतीय दंड संहिता और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की कई धाराओं के तहत शिकायतें दर्ज की गई हैं।’’ 
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