नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर टेस्ट हुआ पूरा, जानें क्यों जरूरी है कैलिब्रेशन फ्लाइट का ट्रायल
Calibration Flight Trials: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर पर हवाई परिचालन की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है। आज एयरपोर्ट के रनवे पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की कैलिब्रेशन फ्लाइट ने सफलतापूर्वक लैंडिंग की। यह ट्रायल नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की निगरानी में संपन्न हुआ। इस फ्लाइट ट्रायल के दौरान एयरपोर्ट के आईएलएस (इंटीग्रेटेड लैंडिंग सिस्टम), कम्युनिकेशन सिस्टम और नेविगेशन उपकरणों की बारीकी से जांच की गई।
Calibration Flight Trials
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की विशेष टीम ने इस प्रक्रिया को पूरा किया है। ट्रायल के दौरान यह परखा गया कि रनवे, एयर ट्रैफिक, कंट्रोल सिस्टम, नेविगेशनल और ग्राउंड इक्विपमेंट्स अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप कार्य कर रहे हैं या नहीं। आईएलएस सिस्टम का सफल परीक्षण एयरपोर्ट की सुरक्षा और संचालन दोनों के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।
Noida International Airport: सिग्नल की सटीकता को परखा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का पहला चरण अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। आने वाले महीनों में यहां वाणिज्यिक उड़ानों की शुरुआत होने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे में यह कैलिब्रेशन फ्लाइट ट्रायल एयरपोर्ट की तैयारियों की एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हुआ है। डीजीसीए की टीम ने इस दौरान विभिन्न तकनीकी मानकों और सिग्नल की सटीकता को परखा। यह सुनिश्चित किया गया कि रनवे पर विमानों के टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान सभी सिस्टम सुरक्षित और सुचारू रूप से कार्य करें।
Jewar Airport: देश का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनने जा रहा है, जो दिल्ली-एनसीआर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए कनेक्टिविटी का नया द्वार खोलेगा। इस सफल कैलिब्रेशन फ्लाइट के साथ ही यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अपने निर्धारित समय पर तैयार हो जाएगा।
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