मुरादाबाद से California: सबीह खान ने संभाला Apple का COO पद , नए दौर की शुरुआत
Apple ने 8 जुलाई 2025 को घोषणा की कि भारतीय मूल के 58 वर्षीय सबीह खान को नया Chief Operating Officer (COO) नियुक्त किया गया है। वह मौजूदा COO जेफ विलियम्स की जगह लेंगे, जो 2015 से इस पद पर थे और वर्ष के अंत में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। भारत के मोरादाबाद में जन्मे सबीह खान की नियुक्ति Apple के लिए एक रणनीतिक बदलाव और भारतीय प्रतिभा की एक बड़ी पहचान है।
शिक्षा की नींव
1966 में उत्तर प्रदेश के मोरादाबाद में जन्मे सबीह खान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद सिंगापुर में पढ़ाई की। इसके बाद वे Tufts University में economics और mechanical engineering में dual बैचलर की डिग्री प्राप्त करने के बाद Rensselaer Polytechnic Institute से mechanical engineering में मास्टर डिग्री ली।
GE Plastics से Apple तक का सफर
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत GE Plastics से की, जहाँ वे applications development engineer और technical leader के रूप में कार्यरत रहे। इसके बाद 1995 में उन्होंने Apple की procurement टीम जॉइन की और तब से लेकर अब तक वे Apple के साथ जुड़े हुए हैं।
उत्तरोत्तर पदोन्नति
वर्ष 2019 में सबीह को Apple का Senior Vice President, Operations नियुक्त किया गया। इस भूमिका में वे global supply chain, manufacturing, logistics और पर्यावरणीय पहलों के प्रमुख रहे।
COO की नियुक्ति
जुलाई 2025 के अंत से वे पूर्ण रूप से COO का पद संभालेंगे। वर्तमान COO जेफ विलियम्स अपनी जिम्मेदारियाँ धीरे-धीरे हस्तांतरित करेंगे और वर्ष के अंत तक कंपनी से सेवानिवृत्त होंगे। सबीह खान को Apple के सप्लाई चेन आर्किटेक्ट के रूप में जाना जाता है। टिम कुक ने उन्हें एक कुशल रणनीतिकार कहा है। सबीह के नेतृत्व में Apple ने अपनी carbon footprint को 60 प्रतिशत तक घटाया। COVID‑19 और अमेरिका-चीन व्यापार तनाव के दौरान Apple की operations में लचीलापन बनाए रखने का श्रेय भी सबीह खान को दिया जाता है। उन्होंने Apple के अमेरिकी उत्पादन ढांचे को मजबूत किया और ‘Made in USA’ की दिशा में कदम बढ़ाया।
उत्पाद गुणवत्ता और supplier जिम्मेदारी
उनकी टीम ने आपूर्तिकर्ताओं की जवाबदेही, श्रमिकों की सुरक्षा और गुणवत्ता सुधार पर लगातार कार्य किया। यह बदलाव Apple की लम्बे समय से चली आ रही सफलता योजनाओं का हिस्सा है। इससे पहले Apple के CFO लुका मास्ट्री ने भी जनवरी में पद छोड़ने की घोषणा की थी। उधर, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव के चलते Apple अपने उत्पादन को चीन से भारत और अमेरिका शिफ्ट करने की रणनीति पर काम कर रहा है, जिसमें सबीह खान की भूमिका काफी अहम मानी जा रही है। सबीह खान के लिए भविष्य की चुनौतियाँ
भारत के लिए गौरव
सबीह खान की नियुक्ति न केवल Apple के लिए एक बदलाव है, बल्कि यह भारत के लिए एक गौरव का क्षण भी है। उन्होंने वैश्विक संचालन, पर्यावरण जागरूकता और रणनीतिक सोच में अपनी योग्यता को सिद्ध किया है। उनकी यह यात्रा भारतीय युवाओं के लिए एक प्रेरणा है कि मेहनत, प्रतिभा और दूरदृष्टि से कोई भी व्यक्ति विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में नेतृत्व कर सकता है।
मोरादाबाद से निकलकर Apple के COO पद तक पहुंचे सबीह खान का करियर एक प्रेरणादायक कथा है—अनुशासन, दूरदर्शिता और वैश्विक रणनीति की मिसाल। Apple की आगामी चुनौतियों में उनकी रणनीतिक क्षमता, प्रबंधन दक्षता और स्थायित्व की सोच कंपनी को एक नए युग की ओर ले जाएगी। यह सिर्फ Apple के लिए नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय प्रतिभा के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है।