Cannes Film Festival 2025: भारत की पांच फिल्मों ने मचाया धमाल, दुनिया देखती रह गई!
Cannes 2025 में भारतीय फिल्मों का परचम, दुनिया ने किया सलाम
78वें कान फिल्म फेस्टिवल ( Cannes Film Festival 2025 ) का आयोजन 13 से 24 मई तक फ्रांस ( France) के कांस शहर में हो रहा है। यह विश्व सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित मंच है, जहां भारत की पांच फिल्मों को शामिल किया गया है। इनमें नीरज घेवन (Neeraj Ghaywan) की ‘होमबाउंड’ (Homebound), सत्यजीत रे(Satyajit Ray) की क्लासिक ‘अरनयेरदिन रात्रि’, अनुपम खेर (Anupam Kher) निर्देशित ‘तन्वी द ग्रेट’ (Tanvi the Great), एक छात्र की शॉर्ट फिल्म ‘ए डॉल मेड अप ऑफ क्ले’ और शिलादित्य मौलिक (Shiladitya Moulik) की ‘चरक’ शामिल हैं। पिछले साल पायल कपाड़िया ( Payal Kapadia) की ‘ऑल वी इमैजिन एज लाइट’ ने ग्रैंड प्रिक्स जीतकर इतिहास रचा था। 1946 में चेतन आनंद की ‘नीचा नगर’ से शुरू हुआ भारत का यह सफर आज भी जारी है। भारतीय फिल्मों की बढ़ती उपस्थिति यह साबित करती है कि भारत अब वैश्विक सिनेमा में एक सशक्त पहचान बना चुका है।
इतिहास में भारत की पहली जीत
भारत का कान फिल्म फेस्टिवल से नाता बहुत पुराना है। 1946 में चेतन आनंद (Chetan Anand) द्वारा निर्देशित फिल्म ‘नीचा नगर’ (Neecha Nagar) ने कान में भारत की पहली उपस्थिति दर्ज कराई थी और साथ ही ‘ग्रांड प्रिक्स डू फेस्टिवल इंटरनेशनल डू फिल्म’ का पुरस्कार भी जीता था। यही पुरस्कार बाद में पाम डी ओर के रूप में जाना गया।
2024 में मिली ऐतिहासिक कामयाबी
77वें कान फिल्म फेस्टिवल (2024) में भारत की पायल कपाड़िया ( Payal Kapadia) निर्देशित फिल्म ‘ऑल वी इमैजिन एज लाइट’ (All we Imagine as light) को ग्रैंड प्रिक्स अवॉर्ड मिला। यह उपलब्धि इसलिए भी खास रही क्योंकि 30 साल बाद किसी भारतीय फिल्म को पाम डी’ओर कैटेगरी में नामांकन मिला था। यह फिल्म भारतीय सिनेमा की वैश्विक मान्यता का प्रतीक बन गई।
2025 में भारत की 5 फिल्मों की भागीदारी
इस वर्ष भारत की पांच फिल्में कान फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शन के लिए चुनी गई हैं, जो विभिन्न शैलियों और विषयों को दर्शाती हैं। ‘होमबाउंड’ ( Houmebound) – नीरज घेवन (Neeraj Gahywan) की फिल्म, जिसे ‘अन सर्टेन रिगार्ड’ सेक्शन में शामिल किया गया है। फिल्म में जान्हवी कपूर (Jahnvi Kapoor) और ईशान खट्टर ( Ishaan Khattar) नजर आएंगे, ‘अरनयेर दिन रात्रि’ – सत्यजीत रे की 1970 की यह क्लासिक फिल्म पहली बार कान में प्रदर्शित की जाएगी। ‘तन्वी द ग्रेट’– अनुपम खेर (Anupam kher) निर्देशित यह फिल्म ‘मार्चे डु फिल्म’ सेक्शन में दिखाई जाएगी, जिसमें शुभांगी दत्त, बोमन ईरानी और जैकी श्रॉफ जैसे कलाकार हैं। ‘ए डॉल मेड अप ऑफ क्ले’ – सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट के छात्र की बनाई यह शॉर्ट फिल्म ‘ला सिनेफ सेक्शन’ के लिए चयनित हुई है। ‘चरक’ – शिलादित्य मौलिक की यह फिल्म बंगाल की चरक पूजा और उससे जुड़े अंधविश्वासों को उजागर करती है।
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भारतीय सिनेमा का वैश्विक प्रभाव
कान फिल्म फेस्टिवल में भारतीय फिल्मों की लगातार भागीदारी यह दिखाती है कि भारतीय सिनेमा अब सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक संवाद और वैश्विक मान्यता का मजबूत माध्यम बन चुका है।