Rajasthan में CBI की बड़ी कार्रवाई, 2.4 लाख की रिश्वत लेते हुए अधिकारी पकड़ा गया
राजस्थान में CBI की बड़ी कार्रवाई, 2.4 लाख की रिश्वत लेते अधिकारी पकड़ा
राजस्थान के सीकर में सीबीआई ने पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक को 2.4 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। यह रिश्वत बिलों की प्रोसेसिंग और पासिंग के लिए दी गई थी। केईसी इंटरनेशनल लिमिटेड के डीजीएम सुमन सिंह को भी गिरफ्तार किया गया। मामले में अन्य चार आरोपी अभी फरार हैं।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने राजस्थान के सीकर शहर में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक को कथित तौर पर 2.4 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह रिश्वत कथित तौर पर एक निजी कंपनी को दिए गए पीएसयू अनुबंधों से संबंधित बिलों को संसाधित करने और पारित करने में अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए दी गई थी।
केईसी इंटरनेशनल लिमिटेड के डीजीएम सुमन सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने 19 मार्च को छह आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें मुंबई स्थित एक निजी कंपनी अजमेर में तैनात पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक और उक्त निजी कंपनी के चार प्रतिनिधि और अन्य अज्ञात लोग शामिल हैं।
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अन्य चार आरोपियों की पहचान आष्टोष कुमार, अतुल अग्रवाल, जबराज सिंह के रूप में हुई है। उन्हें अभी तक एजेंसी द्वारा गिरफ्तार नहीं किया गया है। आरोप है कि पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड का आरोपी लोक सेवक निजी कंपनी के आरोपी प्रतिनिधियों के साथ मिलीभगत कर अवैध रिश्वत के बदले आरोपी निजी कंपनी को दिए गए पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के ठेकों से संबंधित बिलों की प्रोसेसिंग और पासिंग में अनुचित लाभ पहुंचा रहा था।
यह भी आरोप है कि बातचीत के बाद निजी कंपनी के आरोपी प्रतिनिधि ने 19 मार्च को रिश्वत की रकम देने के लिए आरोपी लोक सेवक से सीकर में एक निश्चित स्थान पर मिलने का फैसला किया। एजेंसी के अनुसार पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के आरोपी वरिष्ठ महाप्रबंधक को निजी कंपनी के आरोपी प्रतिनिधि (डीजीएम) से 2.4 लाख रुपये की रिश्वत राशि स्वीकार करने के तुरंत बाद पकड़ लिया गया।
दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सीबीआई द्वारा सीकर, जयपुर और मोहाली में आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली गई, जिसमें कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस बरामद हुए। मामले की जांच फिलहाल जारी है।