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पंजाब में बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने के लिए केंद्र टीम भेजेगा, मुख्यमंत्री ने बैठक की

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक उच्च स्तरीय बैठक में फिरोजपुर, जालंधर, कपूरथला और रूपनगर जिलों में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की।

02:52 PM Aug 25, 2019 IST | Desk Team

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक उच्च स्तरीय बैठक में फिरोजपुर, जालंधर, कपूरथला और रूपनगर जिलों में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की।

बाढ़ग्रस्त पंजाब में नुकसान का आकलन करने के लिए एक केंद्रीय टीम जल्द ही राज्य का दौरा करेगी। राज्य के कुछ हिस्सों में रविवार को भी जमकर बारिश हुई । इस बीच, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सभी मंत्रियों और उपायुक्तों को सतर्कता बढ़ाते हुए राहत कार्यों की देखरेख का निर्देश दिया। 
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक उच्च स्तरीय बैठक में फिरोजपुर, जालंधर, कपूरथला और रूपनगर जिलों में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव सुरेश कुमार एवं राज्य के मुख्य सचिव करन अवतार सिंह भी मौजूद थे। 
पंजाब सरकार की ओर से जारी बयान में यहां कहा गया, ‘‘मुख्यमंत्री के आग्रह पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक टीम भेजने का निर्णय किया है जो राज्य में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेगी ।’’ 
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्य सरकार को सूचित किया है कि बाढ़ प्रभावित 11 राज्यों के साथ साथ पंजाब में भी एक केंद्रीय टीम भेजी जाएगी जो बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करेगी ।’’ इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘लगातार हो रही बारिश के मद्देनजर सभी मंत्रियों और उपायुक्तों को सतर्कता बरतने तथा राहत कार्यों की देखरेख करने का निर्देश दिया है।’’ 
मुख्यमंत्री ने चार मंत्रियों – चरनजीत सिंह चन्नी, सुंदर शाम अरोड़ा, गुरप्रीत सिंह कांगर औ भारत भूषण आशु- को जालंधर कपूरथला और रूपनगर जिलों में आयी बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत अभियान की देख रेख करने के लिए कहा है। 
इस बीच अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान ने बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा है जिससे तेंदिवाला गांव में तटबंध एक हिस्सा टूट गया है और पाक सीमा से सटे जिले के कुछ गांवों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है । मुख्यमंत्री ने रविवार को जल संसाधन विभाग को फिरोजपुर के तेंदीवाला गांव में तटबंध को मजबूत करने के लिए सेना के अधिकारियों के साथ एक संयुक्त कार्य योजना बनाने को कहा है। 
एक सरकारी प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि फिरोजपुर जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है तथा एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और सेना की टीम तैनात की गई है। फिरोजपुर के उपायुक्त के अनुसार मखु एवं हुसैनीवाला इलाके में बाढ़ प्रभावित 15 गांवों में 500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और लगभग 630 लोगों को आावश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की गयी है। 
इसके अतिरिक्त लगभग 950 खाद्य पैकेट लोगों के बीच वितरित किए गए हैं और पशुओं के चारे की आपूर्ति के लिए पर्याप्त इंतजाम किया गया है । 
बयान में कहा गया है कि जिला प्रशासन ने स्थानीय निवासियों, धार्मिक और सामाजिक संगठनों के ठोस प्रयासों के साथ जालंधर जिले के मऊ साहिब और मोवाल गांव में सतलुज नदी में दो प्रमुख दरारों को ठीक किया है। इसके अलावा जिले के फिल्लौर के पोवारा सेलकियाना गांवों तथा शाहकोट के जनिया चाहल गांव में काम पूरा होने वाला है । 
कपूरथला जिले के संबंध में रविवार की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि जिले में बाढ़ के कारण किसी की व्यक्ति की मौत और न ही किसी पशु के मरने की सूचना है । मुख्यमंत्री को बताया गया कि जिला प्रशासन ने गांव के स्तर पर 20 बाढ़ राहत दल का गठन किया है जो बाढ़ प्रभावित इलाके में 24 घंटे तैनात हैं। 
मुख्यमंत्री ने जल स्तर कम होने के तुरंत बाद बाढ़ प्रभावित इलाकों में बुनियादी ढांचों तथा फसलों के नुकसान के आकलन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए जालंधर, कपूरथला, फिरोजपुर, रूपनगर और नवांशहर के उपायुक्तों को विस्तृत कार्यक्रम शुरू करने का निर्देश दिया। 
इस बीच करन अवतार सिंह के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन सचिवों की राज्य के विभिन्न जिलों में बाढ़ के कारण पैदा हुई स्थिति का जायजा लेने के लिए सोमवार को बैठक होगी। राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश से जालंधर, कपूरथला, फिरोजपुर और रूपनगर सहित कई जिलों में खड़ी फसलों और आवासीय क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है। 
बयान के अनुसार फिरोजपुर, जालंधर, कपूरथला और रूपनगर जिलों में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए सिंह ने जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया कि वे नजदीकी गांवों में बाढ़ को रोकने के लिए युद्धस्तर पर तेंदूवाला तटबंध को मजबूत करें। 
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