यूपी में नए गठबंधन बनने के आसार, भाजपा और बसपा की बढ़ी चिंता, क्या बदलेगा सियासी गणित?
उत्तरप्रदेश के मैनपुरी लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदवार डिंपल यादव ने भारी बहुमत के साथ जीत दर्ज की।
02:33 PM Dec 09, 2022 IST | Desk Team
देश के सबसे बड़े सूबे में हुए उपचुनाव के नतीजों ने सत्तारूढ़ दल को करारा झटका दिया हैं। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदवार डिंपल यादव ने भारी बहुमत के साथ जीत दर्ज की। वहीं रामपुर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आकाश सक्सेना को और खतौली सीट से राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के मदन भैया को जीत मिली। इस परिणाम के बाद से ही राज्य की सियासत में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। जिसे आरएलडी विधायक मदन भैया ने भी हवा दे दी है।
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आपको बता दें कि इस उपचुनाव ने राज्य में नए गठबंधन बनने के संकेत दे दिए हैं । दरअसल भीम आर्मी ने सपा गठबंधन को उपचुनाव में अपना समर्थन दिया था। यह संगठन दलित युवकों के बीच काफी लोकप्रिय है। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने रामपुर, मैनपुरी और खतौली में विपक्षी उम्मीदवारों के लिए प्रचार भी किया था। उपचुनाव के नतीजों में सपा गठबंधन को जीत मिलने के बाद उन्होंने भगवा पार्टी पर निशाना साधा और उसे अहंकारी सरकार करार दिया।
आरएलडी विधायक के बयान से उठे कयास
खतौली से आरएलडी विधायक मदन भैया ने जीत के बाद चंद्रशेखर आजाद से मुलाकात की है। जिसके बाद उन्होंने कहा, खतौली की जनता का धन्यवाद और यह गठबंधन की जीत है। उन्होंने भीम आर्मी चीफ के सहयोग को भी सराहा। आरएलडी विधायक ने कहा, इस जीत में भाई चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है और 2024 के लिए एक नीव पड़ चुकी है जो आगे सफल साबित होगी। इस बयान के बाद से ही तरह तरह के कयास लगाए जा रहे है।
माना जा रहा है कि चंद्रशेखर आजाद ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वोट बैंक में सेंध लगाते हुए दलित समुदाय के एक बड़े तबके को सपा गठबंधन में जोड़ा है। अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में भी ऐसा हुआ तो भाजपा और बसपा के लिए समस्या उत्पन्न हो सकती है।
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