Charlie Kirk Shot Dead: ट्रंप के करीबी चार्ली किर्क की हत्या, भाषण देने के दौरान शूटर ने गले में मारी गोली
Charlie Kirk Shot Dead: अमेरिका में ट्रंप के करीबी चार्ली किर्क यूटा वैली विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान भाषण दे रहे थे, तभी वहां ताबड़तोड़ गोलियां चलने लगीं, जिससे वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। बता दें कि इस गोलीबारी में चार्ली किर्क के गले में शूटर ने 180 मीटर से गोली दाग दी जिससे उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई। इस हत्या के बाद राजनीतिक कार्यकर्ता चार्ली किर्क के शूटर की तलाश अभी भी जारी है।
Charlie Kirk Shot Dead

चार्ली किर्क ट्रंप के करीबी दोस्त और राजनीतिक सहयोगी थे। बता दें कि वह अक्सर व्हाइट हाउस में और ट्रंप की दूसरी सरकार के लिए महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियों की जांच में भी शामिल रहे लेकिन यूटा वैली विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान शूटर ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि किर्क गोलीबारी से ठीक पहले दर्शकों के एक सवाल का जवाब दे रहे थे तभी शूटर ने ने लगभग 180 मीटर दूर एक इमारत से गोली चलाई थी।
President Trump shares a message on the assassination of Charlie Kirk.
“I ask all Americans to commit themselves to the American values for which Charlie Kirk lived & died. The values of free speech, citizenship, the rule of law & the patriotic devotion & love of God.” pic.twitter.com/3fBSgs4Zxa
— The White House (@WhiteHouse) September 11, 2025
Trump Expresses Grief: चार्ली किर्क के निधन पर शोक व्यक्त किया

ट्रंप ने अपने करीबी दोस्त चार्ली किर्क के निधन पर शोक व्यक्त किया औक कहा कि चार्ली अमेरिका के युवाओं के दिल को सबसे अच्छे से समझते थे और खासकर ट्रंप के काफी करीबी थे। ट्रंप ने चार्ली की पत्नी एरिका और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही, उन्होंने चार्ली के सम्मान में पूरे अमेरिका में झंडे आधे झुके रखने का आदेश दिया।
Who was Charlie Kirk? कौन थे चार्ली किर्क
चार्ली किर्क ने 2012 में 18 साल की उम्र में टर्निंग पॉइंट यूएसए (TPUSA) की स्थापना की, जो अमेरिका का प्रमुख कंजर्वेटिव छात्र संगठन है। इस संगठन ने 800 से अधिक कॉलेजों में अपनी शाखाएं बनाईं और युवा कंजर्वेटिव वोटरों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, खासकर 2024 के चुनाव में, जहां इसने ट्रंप की दोबारा जीत में बड़ा योगदान दिया। बता दें कि इस साल की शुरुआत में, उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के साथ डेनमार्क के क्षेत्र पर अमेरिकी कब्जे के समर्थन जुटाने के लिए ग्रीनलैंड की यात्रा की थी।
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