चिनाब ब्रिज : दुनिया का सबसे ऊँचा रेल आर्च ब्रिज – जानिए इसकी खासियतें...
भारत के इंजीनियरों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि हमारे पास विश्व स्तरीय निर्माण..
भारत के इंजीनियरों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि हमारे पास विश्व स्तरीय निर्माण क्षमता और तकनीकी कौशल है। चिनाब ब्रिज इसका जीवंत उदाहरण है। यह न केवल भारत का, बल्कि दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे आर्च ब्रिज है। यह पुल न केवल भौगोलिक दूरी को कम करता है, बल्कि भारत की एकता, तकनीकी प्रगति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक भी है।
6 जून को पीएम मोदी चिनाब ब्रिज का करेंगे उद्घाटन
पीएम मोदी ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, कल, 6 जून, मेरे जम्मू-कश्मीर के बहनों और भाइयों के लिए वाकई में एक खास दिन है। 46 हजार करोड़ रुपए की महत्वपूर्ण आधारभूत परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है, जो लोगों के जीवन पर बहुत सकारात्मक प्रभाव डालेगा। पीएम मोदी ने लिखा, वास्तुकला की एक असाधारण उपलब्धि होने के अलावा, चिनाब रेल पुल जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क में सुधार करेगा। अंजी ब्रिज चुनौतीपूर्ण इलाके में भारत का पहला केबल-स्टेड रेल पुल है। उन्होंने लिखा, उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना सभी मौसम में संपर्क सुनिश्चित करती है और श्री माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर तक वंदे भारत ट्रेनें आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देंगी तथा आजीविका के अवसर पैदा करेंगी।
Tomorrow, 6th June is indeed a special day for my sisters and brothers of Jammu and Kashmir. Key infrastructure projects worth Rs. 46,000 crores are being inaugurated which will have a very positive impact on people’s lives.
In addition to being an extraordinary feat of… https://t.co/cPJ15HqOTb
— Narendra Modi (@narendramodi) June 5, 2025
आइए विस्तार से जानते हैं इस पुल की खास बातें: –
स्थान और उद्देश्य
चिनाब ब्रिज जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब नदी पर स्थित है। यह पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना के अंतर्गत बनाया गया है, जिसका उद्देश्य कश्मीर घाटी को पूरे भारत से रेल मार्ग द्वारा जोड़ना है। यह पुल कटरा और बक़ाल के बीच स्थित है।
दुनिया में सबसे ऊँचा रेल ब्रिज
इस ब्रिज की ऊँचाई समुद्र तल से 359 मीटर है, जो एफिल टॉवर (324 मीटर) से भी ऊँचा है। चिनाब ब्रिज ने फ्रांस के मियाओ वियाडक्ट को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे ऊँचा रेल पुल बनने का गौरव प्राप्त किया है।
बेमिसाल डिज़ाइन और निर्माण तकनीक
ब्रिज की कुल लंबाई 1315 मीटर है, जबकि इसका आर्च (धनुषाकार ढांचा) 467 मीटर चौड़ा है। इसे स्टील और कंक्रीट के मिश्रण से तैयार किया गया है। पुल को 266 किमी/घंटा की तेज हवाओं और भूकंप जैसी आपदाओं को सहन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
निर्माण की चुनौतियाँ
इस पुल का निर्माण बेहद कठिन और खतरनाक इलाके में हुआ है, जहाँ मौसम की अनिश्चितता, पहाड़ी इलाका और सुरक्षा कारणों से कार्य करना चुनौतीपूर्ण था। इसे बनाने में लगभग 20 साल लगे और इसमें हजारों मजदूरों और इंजीनियरों की मेहनत लगी।
सामाजिक और सामरिक महत्व
यह पुल सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारतीय सेना की आवाजाही को भी आसान बनाएगा। इसके अलावा, यह कश्मीर के आर्थिक विकास, पर्यटन और रोज़गार के नए अवसरों को जन्म देगा।
भारत का गौरव
चिनाब ब्रिज एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो भारत को वैश्विक इंजीनियरिंग मानचित्र पर ऊँचाई पर ले जाता है। यह पुल ना सिर्फ एक संरचना है, बल्कि भारत के आत्मविश्वास, विज्ञान और तकनीकी कौशल का प्रतीक है।