झारखंड में छठ पूजा की धूम, घाटों पर सुरक्षा के लिए 10 हजार से अधिक जवान तैनात
झारखंड की राजधानी रांची समेत राज्यभर में चार दिवसीय छठ महापर्व श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। रविवार को व्रत के दूसरे दिन खरना का अनुष्ठान किया जा रहा है। सोमवार की शाम व्रती डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे, जबकि मंगलवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ व्रत का समापन होगा। पर्व के दौरान लाखों श्रद्धालु घाटों पर जुटेंगे, जिसे देखते हुए राज्यभर में व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से बताया गया है कि छठ पर्व के दौरान विभिन्न जिलों में 10 हजार से अधिक अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। रांची, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो जैसे प्रमुख शहरों में पुलिस बल के साथ-साथ ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। संवेदनशील घाटों पर एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें भी मुस्तैद हैं। रांची के सिटी एसपी पारस राणा ने कहा कि राजधानी के 62 घाटों को जोखिम के आधार पर तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है। उच्च जोखिम वाले घाटों पर 20, संवेदनशील घाटों पर 10 और सामान्य घाटों पर 5 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। रांची के प्रमुख घाटों बड़ा तालाब, कांके बांध, धुर्वा बांध, हतनिया तालाब और लेन टैंक तालाब पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं।
डीजीपी ने सुरक्षा को लेकर की समीक्षा बैठक
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एक सप्ताह पहले सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक कर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की थी। उन्होंने निर्देश दिया था कि सभी घाटों, नदियों, तालाबों और डैमों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। अवैध शराब और ड्रग्स के कारोबार में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने तथा भीड़भाड़ वाले इलाकों में सादे लिबास में पुलिसकर्मियों की तैनाती करने के आदेश दिए गए हैं। स्पेशल ब्रांच ने भी सुरक्षा को लेकर निर्देश जारी किए हैं। पूर्व में विवाद पैदा करने वाले व्यक्तियों की सूची सभी थानों को भेजी गई है ताकि उन पर विशेष निगरानी रखी जा सके। महिलाओं की सुरक्षा के लिए शक्ति कमांडो को सक्रिय किया गया है और पूरे शहर में बाइक पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है।

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