छत्तीसगढ़ : बोरवेल से 105 घंटे बाद सुरक्षित बाहर निकाला गया राहुल, CM बघेल ने दी सभी को बधाई
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में 65 फुट गहरे बोरवेल में गिरे 11 वर्षीय राहुल को 105 घंटे बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
09:59 AM Jun 15, 2022 IST | Desk Team
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में 65 फुट गहरे बोरवेल में गिरे 11 वर्षीय राहुल को 105 घंटे बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इसे देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन माना जा रहा है। बता दें कि, जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा ब्लाक के ग्राम पिहरीद निवासी लालाराम साहू का 11 वर्षीय पुत्र राहुल साहू शुक्रवार को दोपहर को लगभग दो बजे घर की बाड़ी में खेल रहा था। इसी दौरान वह खुले पड़े बोरवेल के गड्डे में गिर गया। उसे सुरक्षित निकालने में चार दिन से राहत और बचाव कार्य जारी था। बीते चार दिनों में राहत और बचाव दल के सामने कई तरह की बाधाएं आई मगर मंगलवार-बुधवार की आधी रात को राहुल को बाहर निकालने में सफलता हासिल हुई। राहुल को बाहर निकाले जाने के बाद मौके पर मौजूद चिकित्सा दल द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य जांच की गई। ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अपोलो अस्पताल बिलासपुर भेजा गया। बहरहाल राहुल साहू के सकुशल बाहर निकाल लिए जाने से सभी ने राहत की सांस ली है।
मुख्यमंत्री बघेल ने भी रखी पूरी नजर
बता दें कि, राहुल मानसिक तौर पर कुछ कमजोर भी है, उसके बोरवेल में गिरने के बाद प्रशासन और शासन के सामने कई तरह की चुनौतियां थी, मगर एक सुनियोजित रणनीति बनाई गई। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी पूरी नजर रखी। सबसे पहले जिला प्रशासन की टीम कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के नेतृत्व में तैनात हो गई। समय रहते ही ऑक्सीजन की व्यवस्था कर बच्चे तक पहुंचाई गई।
मुख्यमंत्री बघेल ने भी रखी पूरी नजर
बता दें कि, राहुल मानसिक तौर पर कुछ कमजोर भी है, उसके बोरवेल में गिरने के बाद प्रशासन और शासन के सामने कई तरह की चुनौतियां थी, मगर एक सुनियोजित रणनीति बनाई गई। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी पूरी नजर रखी। सबसे पहले जिला प्रशासन की टीम कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के नेतृत्व में तैनात हो गई। समय रहते ही ऑक्सीजन की व्यवस्था कर बच्चे तक पहुंचाई गई।
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कैमरा लगाकर बच्चे की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ उनके परिजनों के माध्यम से बोरवेल में फसे राहुल पर नजर रखने के लिए उनका मनोबल बढ़ाया जा रहा था। उसे जूस, केला और अन्य खाद्य सामग्रियां भी दी जा रही थी। विशेष कैमरे से पल-पल की निगरानी रखने के साथ ऑक्सीजन की सप्लाई भी की जा रही थी।
बिलासपुर के अस्पताल में किया जा रहा है इलाज
बच्चे को बाहर निकालने के लिए कुल मिलाकर 105 घंटे तक राहत और बचाव दल ने धैर्य से काम लिया, बता दें कि, राहुल तक पहुंचने के लिए समानांतर एक सुरंग बनाई गई, कई बार चट्टानें बाधा बनी मगर राहत और बचाव दल ने अपने कौशल का परिचय देते हुए हर चट्टान को काटा। आखिरकार बच्चे तक पहुंचने में कामयाबी मिली और अब बच्चा बिलासपुर के अस्पताल में इलाजरत है।
सीएम बघेल ने किया ट्वीट
बच्चे को बाहर निकालने के लिए कुल मिलाकर 105 घंटे तक राहत और बचाव दल ने धैर्य से काम लिया, बता दें कि, राहुल तक पहुंचने के लिए समानांतर एक सुरंग बनाई गई, कई बार चट्टानें बाधा बनी मगर राहत और बचाव दल ने अपने कौशल का परिचय देते हुए हर चट्टान को काटा। आखिरकार बच्चे तक पहुंचने में कामयाबी मिली और अब बच्चा बिलासपुर के अस्पताल में इलाजरत है।
सीएम बघेल ने किया ट्वीट
राहुल के सुरक्षित बाहर आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर लिखा, हमारा बच्चा बहुत बहादुर है, उसके साथ गढ्ढे में 104 घंटे तक एक सांप और मेंढक उसके साथी थे। आज पूरा छत्तीसगढ़ उत्सव मना रहा है, हम सब कामना करते हैं कि वह जल्द अस्पताल से पूरी तरह ठीक होकर लौटे। इस ऑपरेशन में शामिल सभी टीम को पुन: बधाई एवं धन्यवाद।
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