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LAC पर सैन्य चौकियां बना रहा है चीन, आक्रामक रुख पर अमेरिकी सांसद का बड़ा बयान

चीन अपनी विस्तारवाद की नीति से बाज नहीं आ रहा। पड़ोसी देश लगातार विवादित सीमा में क्षेत्र में निर्माण कार्य कर रहा है। जिसकी खबरें और तस्वीरें अक्सर सामने आती रहती हैं। चीन की इन हरकतों पर अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने चिंता जाहिर की है।

12:09 PM Dec 01, 2022 IST | Desk Team

चीन अपनी विस्तारवाद की नीति से बाज नहीं आ रहा। पड़ोसी देश लगातार विवादित सीमा में क्षेत्र में निर्माण कार्य कर रहा है। जिसकी खबरें और तस्वीरें अक्सर सामने आती रहती हैं। चीन की इन हरकतों पर अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने चिंता जाहिर की है।

भारत और चीन के बीच सम्बन्ध सामान्य होते नजर नहीं आ रहे। वहीं पड़ोसी देश अपनी विस्तारवाद की नीति से बाज नहीं आ रहा। चीन लगातार विवादित सीमा में क्षेत्र में निर्माण कार्य कर रहा है। जिसकी खबरें और तस्वीरें अक्सर सामने आती रहती हैं। चीन की इन हरकतों पर अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने चिंता जाहिर की है। दरअसल, समाचार पत्र ‘पॉलिटिको’ ने बुधवार को दावा किया कि चीन ने भारत के साथ अपनी विवादित सीमा के पास एक सैन्य चौकी बनाई है। 
अमेरिकी सांसद कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘‘भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की एक नयी चौकी संबंधी खबर बीजिंग की बढ़ती क्षेत्रीय आक्रामकता का एक और चिंताजनक संकेत है, जो अमेरिका द्वारा भारत और अन्य सुरक्षा साझेदारों के साथ संयुक्त प्रयासों को मजबूत करने की आवश्यकता को दोहराता है।’’
चीन की अमेरिकी अधिकारियों को चेतावनी
चीन ने अमेरिकी अधिकारियों को चेतावनी दी है कि वे भारत के साथ उसके संबंधों में दखल न दें। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने कांग्रेस (संसद) में पेश एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। इस रिपोर्ट में रेखांकित किया गया है कि मई 2020 से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास कई इलाकों में भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बीच गतिरोध पैदा हुआ है।
पेंटागन ने मंगलवार को पेश रिपोर्ट में कहा है कि एलएसी पर भारत के साथ टकराव के बीच चीनी अधिकारियों ने संकट की गंभीरता को कमतर दिखाने की कोशिश की है और इस बात पर जोर दिया है कि चीन की मंशा सीमा पर स्थिरता कायम करना और भारत के साथ उसके द्विपक्षीय संबंधों के अन्य क्षेत्रों को गतिरोध से होने वाले नुकसान से बचाना है।

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