For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

चिराग ने नीतीश पर निकाली भड़ास, कहा- JDU ने हमेशा LJP को तोड़ना चाहा पर पापा ने नहीं किया समझौता

लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) में दो फाड होने के बाद पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुला पत्र लिखकर जमकर भड़ास निकाली है।

04:27 PM Jun 22, 2021 IST | Desk Team

लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) में दो फाड होने के बाद पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुला पत्र लिखकर जमकर भड़ास निकाली है।

चिराग ने नीतीश पर निकाली भड़ास  कहा  jdu ने हमेशा ljp को तोड़ना चाहा पर पापा ने नहीं किया समझौता
लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) में दो फाड होने के बाद पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुला पत्र लिखकर जमकर भड़ास निकाली है। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि उनके पिता रामविलास पासवान ने कभी भी नीतीश कुमार से समझौता नहीं किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नीतीश ने रामविलास पासवान को अपमानित करने और राजनीतिक तौर पर समाप्त करने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ा।
Advertisement
जदयू ने हमेशा से लोजपा को तोड़ने का काम किया
लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के पुत्र चिराग ने लिखे अपने भावुक पत्र में कहा कि जदयू ने हमेशा से लोजपा को तोड़ने का काम किया है। उन्होंने पत्र में लिखा, ” साल 2005 फरवरी के चुनाव में हमारे 29 विधायकों को तोड़ा गया और साथ ही हमारे बिहार के प्रदेश अध्यक्ष को भी तोड़ने का काम किया गया। साल 2005 में नवंबर में हुए चुनाव में सभी हमारे जीते हुए एक विधायक को भी तोड़ने का काम जदयू ने ही किया।”
लोजपा के 5 सांसदों को तोड़ जदयू ने अपनी ‘बांटो और शासन करो’ की रणनीति को दोहराया
Advertisement
चिराग ने आगे लिखा, ” 2020 में जीते हुए एक विधायक को भी तोड़ने का काम जदयू द्वारा ही किया गया । अब लोजपा के 5 सांसदों को तोड़ जदयू ने अपनी ‘बांटो और शासन करो’ की रणनीति को दोहराया है।” उन्होंने पत्र में आगे कहा कि रामविलास पासवान के जीवन में कई बार नीतीश द्वारा उनकी राजनीतिक हत्या का प्रयास किया गया। दलित और महादलित में बंटवारा करवाना उसी का एक उदाहरण है।
नीतीश जी ने मुझे और मेरे पिता को अपमानित करने का कोई मौका नहीं छोड़ा
उन्होंने पत्र में लिखा, ” हमारे नेता रामविलास पासवान जी ने और मैंने दलित और महादलित समुदाय में कभी कोई अंतर नहीं समझा। सबको एकजुट कर अनुसूचित जाति के लोगों के लिए संघर्ष किया लेकिन नीतीश कुमार जी ने मुझे और मेरे पिता को अपमानित करने का और राजनीतिक तौर पर समाप्त करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। इतना कुछ होने पर भी हमारे नेता रामविलास पासवान जी नहीं झुके।”

कैबिनेट विस्तार की खबरों के बीच CM नीतीश पहुंचेंगे दिल्ली, बिहार की सियासत में शुरू हुआ अटकलों का दौर

रामविलास पासवान की तबियत खराब होने पर नीतीश की प्रतिक्रिया उनके अंहकार को दर्शाता है 
चिराग ने अपने चार पन्नों के पत्र में कहा कि नेता रामविलास पासवान की तबियत खराब होने पर जहां एक तरफ देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और पक्ष-विपक्ष के तमाम नेता फोन कर हालाचाल पूछ रहे थे तो वहीं नीतीश कुमार का ये कहना ” उनकी तबियत खराब है, मालूम नहीं है” उनके अंहकार को दर्शाता है।
मुझे ताज्जुब होता है कि पार्टी से निष्कासित सांसद कैसे एक ऐसे व्यक्ति के साथ खड़े हो सकते 
लोजपा नेता ने आगे कहा कि हमारे नेता को अपमानित करने की पराकाष्ठा तब हुई जब राज्यसभा के दौरान नीतीश कुमार ने हमारे नेता को मजबूर किया कि वो उनके पास जाए और उनसे मदद की गुहार लगाए, जबकि सीटों के बंटवारे के लिए पहले ही गठबंधन में यह तय हो गया था । इसकी घोषणा भाजपा के अध्यक्ष द्वरा सार्वजनिक तौर पर की गई थी। चिराग पासवान ने लिखा, ” मुझे ताज्जुब होता है कि पार्टी से निष्कासित सांसद कैसे एक ऐसे व्यक्ति के साथ खड़े हो सकते है, जिन्होंने हमेशा हमारे नेता रामविलास पासवान जी को ही नहीं बल्कि बिहार की जनता को धोखा देने का काम किया।”
परिवार के टूटने का दुख मुझे जरूर है
उन्होंने आगे लिखा, ” परिवार के टूटने का दुख मुझे जरूर है। पापा ने पूरा जीवन पार्टी के साथ-साथ अपने भाईयों को भी आगे बढ़ाने का काम किया । आज उनको गए 9 महीने भी नहीं हुए और अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के लिए उन्होंने परिवार का साथ छोड़ दिया और आदरणीय रामविलास पासवान की विचारधारा को चकनाचूर कर एक ऐसे व्यक्ति की शरण में गए जिनके खिलाफ हमारे नेता सदैव अपनी आवाज को बुलंद करते रहे।”
आने वाले समय में हम सबको एक लंबी और राजनीतिक और सैद्धांतिक लड़ाई लड़नी है
चिराग पासवान ने अपने पत्र के अंत में कार्यकतार्ओं के के लिए लिखा, ” साथियों, आने वाले समय में हम सबको एक लंबी और राजनीतिक और सैद्धांतिक लड़ाई लड़नी है। ये लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष के अस्तित्व की नहीं बल्कि रामविलास पासवान के विचारधारा को बचाने की है।” उन्होने वादा करता हुए कहा कि लोजपा हमारी थी और हमारी रहेगी।
Advertisement
Author Image

Advertisement
×
© Copyright, All Rights Reserved.