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चन्नी ने चुप्पी तोड़ लेकिन विपक्ष ने हटाने की रट नहीं छोड़ी

पंजाब में एक महिला अफसर को कथित रूप से अनुचित संदेश भेजने के प्रकरण में तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने चुप्पी तोड़ और आरोप लगाया

11:19 PM Oct 26, 2018 IST | Desk Team

पंजाब में एक महिला अफसर को कथित रूप से अनुचित संदेश भेजने के प्रकरण में तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने चुप्पी तोड़ और आरोप लगाया

पंजाब में एक महिला अफसर को कथित रूप से अनुचित संदेश भेजने के प्रकरण में तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने चुप्पी तोड़ और आरोप लगाया कि राजनीतिक कारणों से मामले को उछाला जा रहा है हालांकि विपक्षी पार्टियों ने उन्हें मंत्री पद से हटाने की रट आज भी नहीं छोड़ी।

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चरणजीत सिंह चन्नी ने मीडिया के एक हिस्से से बातचीत में कल कहा था कि मामला सुलझ चुका था और राजनीतिक कारणों से इसे उछाला जा रहा है।

चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि संदेश गलती से चला गया था और मामला सुलझ चुका है लेकिन विपक्ष बात का बतंगड़ बना रहा है।

दूसरी तरफ शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी (आप) ने मंत्री को हटाये जाने की मांग जारी रखी। शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज जारी बयान में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला और आरोप लगाया कि पार्टी की महासचिव और पंजाब में पार्टी मामलों की प्रभारी आशा कुमारी को मंत्री के बचाव के लिए आगे किया जा रहा है। आशा कुमारी ने मीडिया के एक हिस्से में कहा था कि श्री चन्नी के खिलाफ पार्टी को शिकायत नहीं मिली थी।

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सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने एम जे अकबर पर संपादक के रूप में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद उनका इस्तीफा मांगा था लेकिन अपने मंत्री को बचा रहे हैं।

सुखबीर सिंह बादल ने पार्टी से मांग की कि चरणजीत सिंह चन्नी को मंत्री पद से हटाया जाये और महिला की शिकायत की जांच कराई जाये।दूसरी तरफ आप नेता अमन अरोड़ा ने आज यहां जारी बयान में आरोप लगाया कि इस प्रकरण ने कांग्रेस के महिलाओं के प्रति दोहरे मापदंडों को बेनकाब कर दिया है।

अमन अरोड़ा ने कहा कि यह दुर्भाज्ञपूर्ण है कि कैप्टन अमरिंदर और पार्टी अध्यक्ष ने मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और इस तरह से पीड़ति को इंसाफ से वंचित किया।

आप नेता ने कहा कि जिस समय कांग्रेस अकबर का इस्तीफा मांगा जा रहा था उसी समय वह अपने मंत्री का मामला दबा रहे थे जबकि मंत्री को हटाकर शिकायत की विशाखा गाईडलाइन्स के अनुसार जांच करवानी चाहिए थी।

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