'आई लव मोहम्मद' विवाद पर बोले सीएम धामी, दंगाइयों को कीमत चुकानी होगी
'आई लव मोहम्मद' विवाद को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, यह हमारे त्योहारों और धार्मिक अनुष्ठानों के दौरान अशांति और गड़बड़ी पैदा करने के उद्देश्य से एक जानबूझकर की गई साजिश है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इसके पीछे वे शक्तियां हैं जो भारत को मजबूत होते नहीं देख सकतीं। ये वही ताकतें हैं जो एक भारत, श्रेष्ठ भारत का समर्थन नहीं करती हैं। ये ताकतें तुष्टीकरण की राजनीति पर आश्रित हैं। जो लोग पीएम मोदी के मार्गदर्शन में 'विकसित भारत' के संकल्प में विकास को पचा नहीं पा रहे हैं, ऐसी ताकतें लगातार समाज में अशांति और दंगा करवाने का लगातार प्रयास कर रही हैं।
दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
उन्होंने कहा कि अगर आप किसी से जुड़े हैं तो आपको उनके नाम की तख्ती लेकर घूमने का अधिकार किसने दिया? मुख्यमंत्री धामी ने आगे कहा कि अगर आप किसी से प्यार करते हैं और उसका सम्मान करते हैं तो वह सम्मान तभी सच्चा है जब वह आपके व्यवहार में झलकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि वह प्यार और सम्मान उन्माद, कट्टरता और दंगे के रूप में दिखे। देवभूमि उत्तराखंड गंगा, यमुना और चार धामों का प्रदेश है। इस तरह की अराजकता इस धरती (उत्तराखंड) पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। चाहे वह सरकारी संपत्ति हो या निजी संपत्ति, दंगाई कोई भी हो, उसे इसकी कीमत चुकानी होगी और यह बहुत सख्ती से किया जाएगा।
सीएम धामी ने छात्रों से की मुलाकात
इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून के परेड ग्राउंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धरना प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। उन्होंने छात्रों से कहा कि अगर मन में किसी तरह का संदेश है तो उसे निश्चित तौर पर दूर किया जाएगा। इसी बीच मुख्यमंत्री धामी ने छात्रों को पेपर लीक मामले में सीबीआई से जांच कराने का भरोसा दिया। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएसटी) के पेपर लीक मामले में छात्र कई दिन से धरने पर बैठे थे। मुख्यमंत्री ने छात्रों से कहा, मैं आपकी तकलीफ समझ सकता हूं। आपके प्रदर्शन के दौरान मुझे एक-एक दिन भारी लग रहा था। गर्मी में आंदोलन करना कठिन है। मैंने इस परेशानी को महसूस किया, इसलिए मैं खुद आप लोगों के पास आया हूं।