Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

CM केजरीवाल का बड़ा दावा, कहा-अन्य दलों की सरकारें गिराने पर BJP ने खर्च किए 6,300 करोड़ रुपए

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि अगर बीजेपी ने देश में अन्य दलों की सरकारें गिराने पर 6,300 करोड़ रुपये खर्च नहीं किए होते तो केंद्र सरकार को खाद्य सामग्री पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) नहीं लगाना पड़ता।

04:02 PM Aug 27, 2022 IST | Desk Team

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि अगर बीजेपी ने देश में अन्य दलों की सरकारें गिराने पर 6,300 करोड़ रुपये खर्च नहीं किए होते तो केंद्र सरकार को खाद्य सामग्री पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) नहीं लगाना पड़ता।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि अगर बीजेपी ने देश में अन्य दलों की सरकारें गिराने पर 6,300 करोड़ रुपये खर्च नहीं किए होते तो केंद्र सरकार को खाद्य सामग्री पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) नहीं लगाना पड़ता।
Advertisement
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक दिन पहले बीजेपी को “राज्य सरकारों की सीरीयल किलर” कहा था। दिल्ली विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान केजरीवाल ने यह आरोप भी लगाया कि बीजेपी पेट्रोल और डीजल की मूलयवृद्धि और जीएसटी के जरिये एकत्र किए गए पैसों से विधायकों को खरीद रही है।

केजरीवाल सिसोदिया को उपमुख्यमंत्री के पद से नहीं हटा रहे हैं क्योंकि मामले की डोर उनसे जुड़ी होगी : अजय माकन

केजरीवाल ने कहा कि लोग महंगाई से परेशान हैं और बीजेपी करोड़ों रुपये खर्च कर अन्य दलों के विधायकों को खरीद रही है तथा राज्यों में सरकारें गिरा रही है। केजरीवाल ने ट्वीट किया, “दही, छाछ, शहद, गेहूं, चावल आदि पर अभी जो जीएसटी लगाया गया, उससे केंद्र सरकार के पास सालाना 7,500 करोड़ रुपये आएंगे। सरकारें गिराने पर अभी तक इन्होंने 6,300 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। अगर ये सरकारें न गिराते तो गेहूं, चावल, छाछ आदि पर जीएसटी न लगाना पड़ता। लोगों को महंगाई का सामना न करना पड़ता।”
आबकारी नीति लागू करने में कथित अनियमितताओं के चलते केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद से ‘आप’ और बीजेपी के बीच राजनीतिक खींचतान बढ़ गई है। 
Advertisement
Next Article