सीएम ममता बनर्जी ने लोकतंत्र को किया शर्मसार: संबित पात्रा
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सीएम ने लोकतंत्र को शर्मसार किया है। भाजपा सांसद का यह बयान उस वक्त आया है जब पश्चिम बंगाल की विधानसभा में पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ टीएमसी विधायकों की ओर से अभद्र टिप्पणी की गई। भाजपा और टीएमसी विधायकों के बीच जोरदार हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी को सदन से बाहर किया गया। उन्होंने दावा किया कि सदन के अंदर भाजपा विधायकों पर हमला किया गया। इस मामले में भाजपा सांसद संबित पात्रा ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में तीन दिवसीय सत्र आयोजित किया गया था। इस सत्र के दौरान ममता बनर्जी का आचरण सदन के इतिहास में बेहद निराशाजनक और अभूतपूर्व था। प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक नारे लगाए गए।
प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक नारे
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री के खिलाफ भी अभद्र टिप्पणी की गई, जो अस्वीकार्य है। भाजपा सांसद ने कहा कि इतिहास में इस तरह की परंपरा बंगाल के सदन में कभी नहीं हुई होगी, जिस प्रकार की मर्यादा का खंडन ममता बनर्जी ने किया। उन्होंने एसआईआर को लेकर कहा कि ममता बनर्जी ने सारी मर्यादा लांघ दी है। वह एसआईआर का विरोध कर रही हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने एसआईआर को सही बताया है। जो लोग जीवित नहीं हैं, या फिर जिनके पास दो वोटर कार्ड हैं तो उन्हें वोटर लिस्ट से हटाना चुनाव आयोग का काम है। इन्हें इससे दिक्कत हो रही है, क्योंकि घुसपैठिये के दम पर सरकार बनाने वाली ममता बनर्जी को अब एसआईआर से डर लगने लगा है। इस प्रक्रिया से घुसपैठियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
भाजपा ने ममता सरकार पर साधा निशाना
संबित पात्रा ने कहा कि विधानसभा में घुसपैठियों को बचाने के लिए नारे लगवाए गए। नेता प्रतिपक्ष को बाहर निकाला गया। ममता बनर्जी यह किस प्रकार की तानाशाही चला रही हैं। उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिनों पहले ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लेकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की ओर से विवादित बयान दिया गया था। दावा करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि विपक्ष कोई चुनाव नहीं जीत सकता, इसीलिए इस तरह के हथकंडे अपना रहा है। जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया जा रहा है, बंगाल और बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी। राहुल और ममता को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि स्वाभाविक रूप से, चाहे वो राहुल गांधी हों या ममता बनर्जी, जब उन्होंने घुसपैठियों का समर्थन किया है, और अब उन्हें एहसास हुआ है कि इन घुसपैठियों को रोका जा सकता है, और जीतने के लिए जिन रणनीतियों पर उन्होंने भरोसा किया था वे विफल हो रही हैं, तो इस तरह का व्यवहार सामने आता है। मेरे विचार से ममता बनर्जी ने जो किया, वह न सिर्फ सदन के अंदर लोकतंत्र को शर्मसार करता है, बल्कि बंगाल विधानसभा की गरिमा का भी अपमान करता है, जो भारत के सबसे प्रतिष्ठित विधायी निकायों में से एक है।