
केन्द्र के तीन नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी है। प्रदर्शनकारियों ने आज राष्ट्रीय राजधानी को जाने वाले पांच मार्गो को जाम करने की चेतावनी दी है। इसी बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने केंद्र सरकार से मंगलवार को अपील की कि वह नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की बात ‘‘सुने’’ और मैत्रीपूर्ण तरीके से मामले को सुलझाए।
विजयन ने एक ट्वीट में किसानों को देश का ‘‘जीवन आधार’’ बताया और कहा कि यह उनके साथ खड़े रहने का समय है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ यह किसानों के साथ खड़े रहने का समय है। हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि वह विरोध कर रहे किसानों की बात सुने और मामले को मैत्रीपूर्ण तरीके से सुलझाए।’’ विजयन ने कहा, ‘‘हमारे पूरे देश को इस मामले पर एकजुट होने की आवश्यकता है, क्योंकि किसान इस देश के जीवन का आधार हैं।’’

उल्लेखनीय है कि नए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ खासकर पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान दिल्ली सीमा के विभिन्न प्रवेश मार्गो पर मंगलवार को लगातार छठे दिन प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों को डर है कि ये कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य को समाप्त कर देंगे और उन्हें बड़े कॉरपोरेट घरानों की ‘‘दया’’ पर छोड़ दिया जाएगा।