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CM Rekha Gupta ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ के गिनाए फायदे, बोलीं- पैसा बचेगा...

रेखा गुप्ता ने बताया ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का महत्व

07:32 AM Apr 30, 2025 IST | IANS

रेखा गुप्ता ने बताया ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का महत्व

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ के फायदे गिनाते हुए कहा कि इससे देश की ऊर्जा और संसाधनों की बचत होगी। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा आयोजित मेगा रन में हिस्सा लेने वालों का आभार व्यक्त किया और जोर दिया कि बार-बार चुनाव से देश का विकास प्रभावित होता है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों की तरफ से आयोजित ‘वन नेशन, वन इलेक्शन मेगा रन’ को हरी झंडी दिखाई। इस मेगा रन में बड़ी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लेकर ‘एक देश, एक चुनाव’ की अहमियत बताने का प्रयास किया।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने छात्रों को संबोधित करते हुए ‘एक देश, एक चुनाव’ के फायदे बताए। साथ ही, इस मेगा रन में हिस्सा लेने वाले छात्रों के प्रति अपना आभार भी प्रकट किया।

मुख्यमंत्री ने कहा, “बार-बार चुनाव होने से देश के संसाधनों की क्षति होती है। समय जाया होता है, लोगों की ऊर्जा जाती है। अगर हम एक ही बार में सभी चुनाव करा लेंगे, तो निश्चित तौर पर इस ऊर्जा को बचाकर इसका उपयोग किसी और काम में कर सकेंगे, जिससे देश के विकास की नई गति मिलेगी।”

उन्होंने आगे कहा, “देश में बार-बार चुनाव होने से लाखों करोड़ों रुपये खर्च होते हैं, जिससे देश और राज्य का विकास रुक जाता है। आप कल्पना कीजिए, अगर हम एक ही बार में सभी चुनाव संपन्न कराने की प्रक्रिया स्थापित कर लेंगे, तो कितना पैसा बचा लेंगे। इससे हमें अपने देश के विकास की गति तेज करने में मदद मिलेगी, जो न सिर्फ हमारे लिए बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए भी फायदेमंद साबित होगा।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “चुनाव के समय में आचार संहिता लग जाती है, जिससे विकास की गति थम जाती है। पूरी शासन व्यवस्था चुनाव संपन्न कराने में लग जाती है। सभी का ध्यान सिर्फ चुनाव पर ही होता है। इससे विकास कार्यों की अनदेखी होती है। जनता पर भी हम बार-बार मतदान करने की जिम्मेदारी छोड़ देते हैं।”

उन्होंने कहा, “आमतौर पर चुनाव के दौरान शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोग चुनाव से संबंधित कार्यों को संपन्न कराने में लग जाते हैं। इससे दूसरे काम प्रभावित होते हैं। वहीं, नेता चुनाव लड़ने में लग जाते हैं। मैं बार-बार यही कहती हूं कि अगर जनता को जमीन पर होना चाहिए, ताकि वह जनता से जुड़े मुद्दे उठा सके, लेकिन ऐसा नहीं होता है। लेकिन, नेता चुनाव लड़ने में लग जाता है। इससे कहीं न कहीं जनता से जुड़े मुद्दों की अनदेखी होती है। अगर हम एक ही बार में सभी चुनाव कराने की प्रक्रिया स्थापित कर लेंगे, तो निश्चित तौर पर इन तमाम विसंगतियों से बच पाएंगे।”

उन्होंने कहा, “अब हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि हम इस व्यवस्था को बदलें। मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी के अपने सभी युवा साथियों को धन्यवाद देना चाहती हूं कि आप सभी लोग इस मेगा रन में शामिल हुए।”

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