सांप से भी जहरीला बच्चा! COBRA को दांत से काटा हुई मौत
COBRA: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के मझौलिया प्रखंड के मोहझी बनकटवा गांव में बुधवार को एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक साल का मासूम बच्चा गोविंदा कुमार खेलते-खेलते इतना बड़ा कदम उठा बैठा, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। गोविंदा ने खेलते वक्त एक जहरीले COBRA सांप को पकड़कर उसे अपने दांतों से काट लिया, जिससे सांप की मौके पर ही मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गोविंदा की दादी मातेश्वरी देवी ने बताया कि बुधवार दोपहर के वक्त गोविंदा की मां लकड़ी लेने गई हुई थी और बच्चा घर के पास ही खेल रहा था। इसी दौरान गेहूं के खेतों से निकलकर एक जहरीला COBRA सांप वहां पहुंच गया। किसी ने सांप पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन खेलते समय गोविंदा की नजर उस पर पड़ी और उसने उसे पकड़ लिया। अचानक ही बच्चे ने COBRA सांप को दांत से काट लिया, जिससे सांप की मौके पर ही जान चली गई।
बच्चे की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
COBRA सांप को काटने के कुछ देर बाद ही गोविंदा बेहोश हो गया। परिजन घबरा गए और तुरंत उसे मझौलिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) ले गए। वहां प्राथमिक इलाज के बाद बच्चे की हालत गंभीर बताकर उसे बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (GMCH) रेफर कर दिया गया।
डॉक्टरों ने क्या कहा?
GMCH के डॉक्टर सौरभ कुमार ने जानकारी दी कि फिलहाल बच्चे की स्थिति स्थिर है और वह खतरे से बाहर है। डॉक्टरों की टीम उसकी निगरानी में लगातार इलाज कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि बच्चे के काटने से संभवतः सांप के सिर या मुंह पर गहरी चोट लगी होगी, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं बच्चे को हल्का विष लगा था, जिससे वह बेहोश हो गया, लेकिन समय पर इलाज मिलने से उसकी जान बच गई।
गांव में चर्चा का विषय बना मामला
इस घटना के बाद मोहझी बनकटवा गांव में यह मामला सबके लिए हैरानी का विषय बन गया है। लोग इस बात से अचंभित हैं कि कैसे एक नन्हा बच्चा जहरीले COBRA सांप को मार सकता है और खुद जिंदा बच सकता है। बच्चे की किस्मत और साहस की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है।
विशेषज्ञों ने क्या कहा?
चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक दुर्लभ मामला है, लेकिन पूरी तरह असंभव नहीं। यदि सांप को सही जगह चोट लगे और उसका जहर बच्चे के शरीर में अधिक मात्रा में न पहुंचे, तो ऐसी घटनाएं हो सकती हैं। गोविंदा का समय पर इलाज मिलना उसकी जान बचाने में सबसे अहम साबित हुआ।
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