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राष्ट्रमंडल खेल 2022 : एल्डोस पॉल ने त्रिकूद में India को दिलाया पहला Gold , अबूबाकर को Silver

एल्डोस पॉल की अगुआई में भारत ने रविवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों की पुरुष त्रिकूद स्पर्धा में पहले दो स्थान पर कब्जा जमाकर इतिहास रच दिया और एथलेटिक्स में चार पदकों के साथ रविवार का दिन भारत के लिये यादगार हो गया ।

04:08 AM Aug 08, 2022 IST | Shera Rajput

एल्डोस पॉल की अगुआई में भारत ने रविवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों की पुरुष त्रिकूद स्पर्धा में पहले दो स्थान पर कब्जा जमाकर इतिहास रच दिया और एथलेटिक्स में चार पदकों के साथ रविवार का दिन भारत के लिये यादगार हो गया ।

राष्ट्रमंडल खेल 2022   एल्डोस पॉल ने त्रिकूद में india को दिलाया पहला gold   अबूबाकर को silver
एल्डोस पॉल की अगुआई में भारत ने रविवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों की पुरुष त्रिकूद स्पर्धा में पहले दो स्थान पर कब्जा जमाकर इतिहास रच दिया और एथलेटिक्स में चार पदकों के साथ रविवार का दिन भारत के लिये यादगार हो गया ।
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पॉल के स्वर्ण पदक के अलावा केरल के उनके साथी एथलीट अब्दुल्ला अबूबाकर ने भी इस स्पर्धा का रजत पदक जीता। भारत ने आधे घंटे के भीतर चार पदक जीते जिससे एथलेटिक्स में इस बार भारत के एक स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य पदक हो गए हैं जो अब तक का देश के बाहर इन खेलों में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है ।
पॉल राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाले छठे भारतीय एथलीट हो गए । मिल्खा सिंह ने 1958 में 440 गज में यह कारनामा किया था ।
पॉल ने अपने तीसरे प्रयास में 17.03 मीटर की सर्वश्रेष्ठ दूरी तय की। अबूबाकर 17.02 मीटर के प्रयास के साथ दूसरे स्थान पर रहे। अबूबाकर ने अपने पांचवें प्रयास में यह दूरी तय की। भारत के ही प्रवीण चित्रावल 16 . 89 मीटर के साथ चौथे स्थान पर रहे ।
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बरमूडा के जाह-एनहाल पेरिनचीफ ने 16.92 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता।
भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में त्रिकूद में चार पदक जीते हैं लेकिन यह पहला मौका है जब देश के दो एथलीट ने एक साथ पोडियम पर जगह बनाई है।
मोहिंदर सिंह गिल ने 1970 और 1974 में क्रमश: कांस्य और रजत पदक जीता जबकि रंजीत महेश्वरी और अरपिंदर सिंह 2010 और 2014 में तीसरे स्थान पर रहे।
भारत की अनु रानी ने भाला फेंक स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया । वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली देश ही पहली महिला भाला फेंक खिलाड़ी बन गयीं।
रानी ने अपने तीसरे प्रयास में 60 मीटर दूर भाला फेंककर तीसरा स्थान हासिल किया।
विश्व चैम्पियन आस्ट्रेलिया की केलसे ली बार्बर ने 64.43 मीटर के थ्रो से स्वर्ण पदक जीता जबकि उनकी हमवतन मैकेंजी लिटिल 64.27 मीटर के थ्रो से दूसरे स्थान पर रहीं।
रानी से पहले राष्ट्रमंडल खेलों में काशीनाथ नायक और ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा पुरूषों की भाला फेंक स्पर्धा में क्रमश: कांस्य और स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।
नायक ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में जबकि चोपड़ा ने 2018 गोल्ड कोस्ट में पदक जीते थे।
भारत के संदीप कुमार ने पुरूषों की 10,000 मीटर पैदल चाल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
संदीप ने 38:49.21 मिनट का समय निकाला जिससे वह स्वर्ण पदक विजेता कनाडा के इवान डनफी (38:36.37) और रजत पदक विजेता आस्ट्रेलिया के डेकलान टिनगे (38:42.33) से पीछे रहे।
इस स्पर्धा में एक अन्य भारतीय अमित खत्री सत्र के सर्वश्रेष्ठ समय 43:04.97 से नौंवे स्थान पर रहे।
इससे पहले पैदल चाल में महिलाओं के वर्ग में प्रियंका गोस्वामी रजत पदक जीत चुकी है ।
भालाफेंक में नीरज चोपड़ा की गैर मौजूदगी में भारत की झोली खाली रही । चोपड़ा ने फिटनेस कारणों से खेलों में भाग नहीं लेना का फैसला किया था ।
भारत के डी पी मनु 82 . 28 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पांचवें और रोहित यादव 82 . 22 मीटर के साथ छठे स्थान पर रहे । पाकिस्तान के अर्शद नदीम ने खेलों का नया रिकॉर्ड बनाकर 90 . 18 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि विश्व चैम्पियनशिप में नीरज को हराकर स्वर्ण जीतने वाले ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स को रजत पदक मिला । कीनिया के जूलियस येगो ने कांस्य पदक जीता ।
भारतीय महिला चार गुणा 100 मीटर रिले टीम फाइनल में 43 . 81 सेकंड का समय निकालकर पांचवें स्थान पर रही ।
भारतीय टीम में दुती चंद, हिमा दास, श्रबानी नंदा और ज्योति याराजी थे ।
नाइजीरियाई टीम ने 42 . 10 सेकंड के साथ स्वर्ण जीता जबकि इंग्लैंड को रजत और जमैका को कांस्य पदक मिला ।
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Shera Rajput

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