कांग्रेस की CWC बैठक, जाति जनगणना पर कांग्रेस का केंद्र से सवाल
जातिगत जनगणना पर कांग्रेस का केंद्र सरकार से जवाब तलब
कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी बैठक में जाति जनगणना पर सवाल उठाए गए। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मोदी सरकार से जनगणना की डिटेल और बजट की जानकारी मांगी। राहुल गांधी ने तेलंगाना मॉडल अपनाने की सलाह दी। पहलगाम हमले पर सरकार की सुरक्षा क्षमता पर सवाल खड़े हुए।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक शुक्रवार शाम दिल्ली में हुई। बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश, चरणजीत चन्नी, सचिन पायलट और भूपेश बघेल ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने मोदी कैबिनेट द्वारा हाल ही में घोषित जाति जनगणना का ब्यौरा मांगते हुए पूछा कि इसकी डिटेल क्या है? प्रश्नावली कहां है? इसके लिए बजट का आवंटन नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले कांग्रेस की मांग की आलोचना की और जब पूरा देश पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर शोक मना रहा है, तो अचानक जाति जनगणना करवाने का फैसला क्यों लिया गया? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कहा है कि अगर सरकार ईमानदारी से जाति जनगणना करवाना चाहती है तो तेलंगाना के मॉडल को अपनाए।
जाति जनगणना को कांग्रेस ने बताया अपनी जीत, CWC बैठक में प्रस्ताव पारित
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने बताया कि सीडब्ल्यूसी की पिछली बैठक के बाद सरकार को आश्वासन दिया गया था कि वह आतंक के खिलाफ और देश की एकता-अखंडता के लिए जो भी निर्णय लेगी, कांग्रेस उसके साथ है। यह एक बहुत बड़ा संकट है, जिसमें हुई सुरक्षा की चूक को देखने की जरूरत है। पहलगाम हमले में जिनकी जान गई है, सरकार उनके परिवारों को उचित मुआवजा दे, उनके री-रिहैबिलिटेशन की बात करे, उनके परिवार के लिए सरकार आगे आए। आज देश को सुरक्षित रखने में सरकार की क्षमता पर सवाल खड़े हो गए हैं। पूरा देश इंतजार कर रहा है कि पाकिस्तान जैसे देश पर, जो आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, सरकार कब कार्रवाई करेगी?
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने जाति जनगणना के बारे में कहा कि पूरी भाजपा सरकार और नेताओं के तमाम विरोध के बावजूद, कई वर्षों से राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को लेकर बहुत मुखर रही। भाजपा के एक बहुत बड़े नेता का बयान आया था, ‘बंटोगे तो कटोगे’। कांग्रेस नेताओं और राहुल गांधी को अर्बन नक्सल कहा गया। वही दल, वही सरकार, जो 11 साल से सत्ता में है, जातिगत जनगणना को देश और समाज के लिए ‘जहर’ की संज्ञा दी थी। आज जनता के दबाव, कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के लगातार संसद के अंदर-बाहर इस मांग को उठाने पर, मोदी सरकार यह समझ गई कि जन भावना कांग्रेस के साथ है। देश की अधिकांश जनता भागीदारी चाहती है।