टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलSarkari Yojanaहेल्थ & लाइफस्टाइलtravelवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

कांग्रेस के बंधक विधायक ले सकते हैं CRPF की सुरक्षा : गृह मंत्री

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने रविवार को कहा कि बेंगलुरू में भाजपा द्वारा कथित तौर पर बंधक बनाए गए कांग्रेस विधायकों को अगर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सुरक्षा चाहिए तो मध्यप्रदेश सरकार को कोई आपत्ति नहीं है।

08:55 PM Mar 15, 2020 IST | Shera Rajput

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने रविवार को कहा कि बेंगलुरू में भाजपा द्वारा कथित तौर पर बंधक बनाए गए कांग्रेस विधायकों को अगर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सुरक्षा चाहिए तो मध्यप्रदेश सरकार को कोई आपत्ति नहीं है।

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने रविवार को कहा कि बेंगलुरू में भाजपा द्वारा कथित तौर पर बंधक बनाए गए कांग्रेस विधायकों को अगर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सुरक्षा चाहिए तो मध्यप्रदेश सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। 
उन्होंने कहा कि हालांकि, मध्यप्रदेश पुलिस उन्हें सुरक्षा देने से पूरी तरह सक्षम है। 
बच्चन ने यहां एक बयान जारी कर कहा कि बार-बार मीडिया के माध्यम से यह बात सामने आ रही है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा बैंगलुरू में बंधक बनाए गए कांग्रेस विधायकों द्वारा सीआरपीएफ की सुरक्षा मिलने पर ही भोपाल आने की बात कही जा रही है। 
उन्होंने कहा, ‘‘मध्यप्रदेश पुलिस सुरक्षा देने में पूरी तरह सक्षम है। फिर भी अगर बंधक बनाए गए विधायकों को यह महसूस होता है कि और मजबूत सुरक्षा चाहिए तो वे सीआरपीएफ की सुरक्षा ले सकते हैं।’’ 
मालूम हो कि कांग्रेस द्वारा उपेक्षा किये जाने से परेशान होकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और बुधवार को भाजपा में शामिल हो गये। उनके साथ ही मध्यप्रदेश के 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिनमें से छह मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटाने के बाद उनके विधायक पद से इस्तीफा भी मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिये हैं। बाकी बचे हुए 16 विधायकों के अब तक इस्तीफे स्वीकार नहीं किये गये हैं। 
बागी हुए इन विधायकों में से अधिकांश सिंधिया के समर्थक हैं और इनमें से 19 बेंगलुरू में एक रिसॉर्ट में है, जबकि तीन विधायकों का अब तक कोई पता-ठिकाना नहीं है। इससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है। 
Advertisement
Advertisement
Next Article