कांग्रेस नेता का सहयोगी निकला पाकिस्तानी जासूस, जैसलमेर से देता था मकसद को अंजाम
राजस्थान में पाकिस्तानी जासूस की गिरफ्तारी से सियासी हलचल
राजस्थान में कांग्रेस के पूर्व मंत्री का सहायक शकूर खान पाकिस्तानी जासूस निकला। उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी तकरार शुरू हो गई। शकूर खान ने पाकिस्तानी दूतावास से संपर्क कर कई बार पाकिस्तान की यात्रा की और आईएसआई एजेंटों से मिला। वह वाट्सएप के जरिए भारत की जानकारी पाकिस्तान भेजता था।
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार पाकिस्तानी जासूसों का पता लगाने के लिए ऑपरेशन चला रही है। हर राज्य से पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया जा रहा है। इसी कड़ी में राजस्थान में भी पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले शकूर खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। शकूर खान की संदिग्ध गतिविधियां पाई जाने के बाद उसे जैसलमेर से गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में पता चला कि शकूर खान के पाकिस्तानी दूतावास में काम करने वाले अहसान उर रहीम उर्फ दानिश सोहेल कमर से संपर्क थे। इतना ही नहीं, शकूर खान पाकिस्तानी दूतावास में काम करने वाले दानिश की मदद से कई बार पाकिस्तान की यात्रा कर चुका है।
वाट्सएप पर भेजता था जानकारी
जांच में सामने आया कि शकूर खान ने कई बार पाकिस्तान के दूतावास में जाकर संपर्क किया था। जब वह पाकिस्तान गया था, तब आईएसआई एजेंटों से संपर्क भी किया था। शकूर खान के पास इस्लामाबाद के कई लोगों के नंबर थे। संदेह है कि वो भारत की जानकारी वाट्सएप के जरिए पाकिस्तान भेजता था। चौंकाने वाली बात यह है कि शकूर खान का कनेक्शन कांग्रेस के पूर्व मंत्री से निकला है।
कांग्रेस पूर्व मंत्री का सहायक था शकूर
शकूर जिला रोजगार कार्यालय में कार्यरत है। इसके साथ ही आरोपी खान कांग्रेस शासनकाल में पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद का निजी सहायक था। वह सालेह मोहम्मद के पैतृक गांव भागू का गांव से करीब आठ किलोमीटर दूर जैसलमेर जिले के बड़ौदा गांव के मांगलियानों की ढाणी गांव का रहने वाला है। पूर्व कांग्रेस मंत्री का पीए होने का कनेक्शन सामने आने के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है।
भाजपा ने बोला हमला
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा, कांग्रेस और उसके नेताओं को देशभक्ति दिखानी चाहिए। एक मंत्री के यहां काम करने वाले निजी सहायक के पास गोपनीय सूचनाएं होती हैं। अगर वह व्यक्ति संवेदनशील सूचनाएं दे रहा है तो यह चिंता का विषय है। इससे पहले भी हरियाणा, पंजाब और दिल्ली से भी कई जासूस गिरफ्तार किए गए हैं।
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