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कांग्रेस की केरल इकाई ने बुधवार को विभिन्न मुद्दों पर राज्य में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार की कड़ी आलोचना की।
कांग्रेस ने राज्य के पर्वतीय जिलों में रहने वाले लोगों की समस्याओं को लेकर सरकार को घेरा। इन समस्याओं में जंगली जानवरों के हमले और फसलों के नुकसान की कथित उपेक्षा भी शामिल हैं। कांग्रेस ने एलडीएफ सरकार पर राज्य के पर्वतीय जिलों- इडुक्की और वायनाड में वन क्षेत्रों के पास रहने वाले लोगों की समस्याओं के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया।
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विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीसन ने कहा कि विशेष रूप से इडुक्की में इस कथित उपेक्षा के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि भूमि संबंधी समस्याओं, जंगली जानवरों के हमलों और कृषि उपज की कीमत में गिरावट के कारण इडुक्की जिले की अर्थव्यवस्था खराब स्थिति में है। सतीसन ने यहां संवाददाताओं से दावा किया कि वायनाड और इडुक्की सहित पूरे केरल में फसलों की बर्बादी तथा जानवरों के हमलों में जान गंवाने के लगभग 7,000 मामलों में राज्य सरकार द्वारा कोई मुआवजा नहीं दिया गया है। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि इन समस्याओं के बीच कई तरह के करों में वृद्धि हुई है, जिससे कीमतों में उछाल आया है। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने राज्य द्वारा संचालित ‘‘सप्लाईको’’ बिक्री केंद्र के माध्यम से बेची जाने वाली दैनिक आवश्यक वस्तुओं की दर में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।
विपक्ष के नेता ने यह भी आरोप लगाया कि सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी है, लेकिन इसे राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि जहां जॉर्ज ने विपक्ष के आरोपों का खंडन किया है, वहीं ‘केरल गवर्नमेंट मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन’ (केजीएमओए) ने मंत्री को पत्र लिखकर सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी की ओर इशारा किया। सतीसन ने लोगों की समस्याओं पर मूक दर्शक बने रहने के लिए सरकार की आलोचना की।उन्होंने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के एक दिन पहले राजधानी तिरुवनंतपुरम में आयोजित राज्य के युवाओं के साथ आमने-सामने के कार्यक्रम की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि यह एक मंच-प्रबंधित कार्यक्रम था, जहां किसे भाग लेना है और क्या प्रश्न पूछा जाना है, सब कुछ पहले से ही तय थे।कांग्रेस नेता ने कहा, ''यह सब यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि सरकार की कोई आलोचना न हो। वे लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं।