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नंदीग्राम गौशाला को हर माह निगम देगा 1.50 लाख

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12:29 PM Jul 30, 2017 IST | Desk Team

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बल्लभगढ़: पिछले दिनों ऊंचा गांव स्थित नंदीग्राम गौशाला में हुई 4 गायों की मौत के मामले में प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए तय किया कि नगर निगम की तरफ से हर महीने एक मुश्त डेढ़ लाख रुपए की राशि गौशाला प्रबंध समिति को दी जाएगी, जिससे वहां गायों के खान-पान व रखरखाव की व्यवस्था की जाएगी। वहीं गौशाला में कार्यरत नगर निगम के कर्मचारियों को हटा लिया जाएगा क्योंकि अब गौशाला का पूरा कामकाज प्रबंध समिति के जिम्मे होगा। हालांकि गौशाला प्रबंध समिति उक्त राशि को ऊंट के मुंह में जीरा बता रही है। गौशाला की सड़क को ऊंचा उठाकर बना दिया जाएगा, जिसको लेकर कार्य चल रहा है। उक्त जानकारी नगर निगम के संयुक्त आयुक्त अमरदीप जैन ने देते हुए बताया कि इस मामले को लेकर गत दिवस एसडीएम प्रताप सिंह के साथ-साथ गौशाला प्रबंध समिति के साथ हुई एक बैठक करके यह निर्णय लिया गया है।

उन्होंने कहा कि गौशाला में इस प्रकार के हादसे भविष्य में न हो, इसके लिए प्रशासन व गौशाला प्रबंध समिति आप में तालमेल बिठाकर कार्य करेंगी। गौरतलब है कि पिछले दिनों ऊंचा गांव नंदीग्राम गोशाला की पीने के पानी लाइन के पाइप टूटने और बारिश हो जाने से दलदल पैदा हो गई थी। दलदल में ही गोवंश का गोबर पड़ा हुआ था। गौशाला की पानी निकासी का नाला भी पड़ोसियों ने मिट्टी भर कर बंद किया हुआ था। दलदल में फंसने से बृहस्पतिवार को चार गोवंश मर गए थे। गोवंश के मरने की खबर सुनकर मौके पर नगर निगम महापौर सुमन बाला, एसडीएम प्रताप सिंह, नगर निगम संयुक्त आयुक्त अमरदीप जैन पहुंचे और पूरी स्थिति का जायजा लिया था। अधिकारियों के दौरे के बाद गौशाला में कीचड़ को उठाने के लिए नगर निगम ने कर्मचारी और मशीनें लगा दी। अब गोवंश के बैठने के लिए उपयुक्त स्थान बना दिया गया है वहीं अब पाइप लाइन को दुरुस्त करा दिया गया है।

वहीं नंदीग्राम गौशाला प्रबंध समिति के अध्यक्ष रुपेश यादव का कहना है कि अधिकारियों के साथ हुई बैठक में हमने नगर निगम से 3 लाख रुपये प्रति महीने देने की बात रखी थी। मवई गोशाला को निगम 5 लाख रुपये मासिक देता है। जबकि यहां पर भी मवई से कम गोवंश नहीं है। नगर निगम डेढ़ लाख रुपये और दो चौकीदार देने की बात कह रहा है। डेढ़ लाख पशुओं के हिसाब से ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। हमारे पास दूध देने वाली सिर्फ 15 गाय हैं। गाय के दूध बेचने के बाद भी ये राशि काफी कम है। उधर नगर निगम की महापौर सुमन बाला ने आज फिर गौशाला में पहुंचकर वहां गायों के रखरखाव का जायजा लिया और नंदीग्राम गौशाला प्रबंध समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस मौके पर उनके साथ पार्षद दीपक चौधरी भी उपस्थित थे।

– सुरेश बंसल

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